MP JE Virus Case: प्रदेश में पैर फैला रहा जेई वायरस, पिछले दो महीने में सामने आए इतने मामले

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भोपाल. मध्य प्रदेश से चौंकाने वाली खबर है. राज्य में जैपनीज इनसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) यानी जेई वायरस (JE Virus) फैलता जा रहा है. पिछले दो महीने में राज्य में इस वायरस के 12 मामले सामने आ चुके हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की शाखा एनवीबीडीसी ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है. इन मरीजों में बच्चे भी शामिल हैं. सूत्र बताते हैं कि एम्स भोपाल में एक बच्चे की जांच के दौरान वह जेई वायरस से पीड़ित मिला. उसे प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बच्चे के गले में सूजन थी, लेकिन जब लैब में उसकी जांच की गई तो उसमें जेई वायरस निकला.
इस बात का पता चलते ही अस्पताल के विशेषज्ञ तत्काल हरकत में आ गए. भोपाल से प्रकाशित अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, एक विशेषज्ञ ने कहा कि जेई वायरस का पता चलते ही बच्चे को बेहतर इलाज के लिए तत्काल प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया. उसकी हालत में सुधार के बाद उसे डिस्चार्ज भी कर दिया गया. सूत्र बताते हैं कि प्रदेश में जेई वायरस से पीड़ित 12 मामले सामने आए हैं. ये मामले पिछले दो महीनों के हैं. इस साल अगस्त तक प्रदेश में इस तरह के 18 मामले दर्ज हुए हैं. साल 2019 से पहले मध्य प्रदेश में इस वायरस का कोई नामो-निशान नहीं था.
यह कहता है प्रोटोकॉल
सूत्र बताते हैं कि इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की शाखा एनवीबीडीसी (National Vector Borne Disease Control Programme-NVBDCP) और भोपाल जिले की मलेरिया अधिकारियों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. जेई वायरस का प्रोटोकॉल के मुताबिक इस वायरस को नियंत्रित करने के लिए मच्छरों को खत्म करना जरूरी है. यह भी बताया जा रहा है कि भोपाल नगर निगम के अधिकारी भी जेई वायरस को लेकर अंजान हैं. इस मामले में यह जरूरी है कि गंदगी, कचरे को इंसानों से करीब 4 से 5 किलोमीटर दूर फेंका जाए. पिछले 6 सालों में प्रदेश में जेई वायरस के 200 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं.