September 11, 2025
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Updated at : 07 Nov 2022

कला किसी प्रशिक्षण की मोहताज नहीं होती जब वो आपके अन्दर है तो कोई भी ताकत उसे उभरने से रोक नहीं सकती और जब वो उभरती है तो वो कला का अपना ही रंग होता है जो अपने आप में अनूठा और अनोखा होता है और यही हुआ है मेरे भी जीवन में ।

नमस्ते , मेरा नाम है अनुपमा सिंह, बचपन से ही मेरी कला में रूचि रही है मेरे पास हमेशा एक ड्राइंग कॉपी होती थी जिसमें मैं हमेशा कुछ ना कुछ बनाया करती थी कभी किसी को देखकर हुबहू बनाने की कोशिश करना और कभी अपने विचारों को चित्रों के जरिये दिखाना , मेरे पेरेंट्स हमेशा मेरी कला की प्रशंशा करते थे लेकिन उन दिनों में फाइन आर्ट्स कोर्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी और बाद में पढ़ाई और घर परिवार में व्यस्त होने के बाद एक समय ऐसा आया कि मै अपने अन्दर की कला को लगभग भूल ही गयी ,अपने घर में आर्थिक मदद के लिए मैंने अनुवाद के क्षेत्र को अपनाया और हिंदी अनुवादक के तौर पर कई निजी कम्पनियों में कार्य किया उस समय मैं दिल्ली में थी।

दुर्भाग्यवश वर्ष २०१४ में अपने पति को खोने के बाद जीवन को मैंने अलग रूप में देखा जहाँ सबकुछ मुझे अकेले ही करना था अगले वर्ष २०१५ में हिंदी अनुवादक के तौर पर ही महर्षि संस्थान में मेरा चयन हुआ और मै भोपाल आ गयी यहाँ मैं एक बात जरुर बताना चाहूंगी कि ये महर्षि जी की मुझपर विशेष कृपा है कि मुझे उनकी कला से ही सम्बंधित एक पुस्तक का अनुवाद करने का अवसर मिला और उसी दौरान मुझे अपने अन्दर की कला को फिर से अनुभव करने और चित्रित करने की इच्छा जागृत हुई उसके बाद से ही मैंने चित्रकारी करना शुरू किया वो भी बिना किसी प्रशिक्षण के, जिसमे मेरे एक दो बहुत ही खास मित्रों ने मुझे बहुत प्रोत्साहित किया ।

अभी मैं स्केचिंग करती हूँ ,लैंडस्केप पेंटिंग करती हूँ ,मधुबनी पेंटिंग भी करती हूँ जो मुझे सबसे ज्यादा प्रिय है इसके आलावा मैं अन्य तरह की पेंटिंग पर भी काम करती हूँ । लोगों को सबसे ज्यादा स्केचिंग पसंद है जिसमें मैं चारकोल का प्रयोग करती हूँ इसके अलावा कलर स्केचिंग के लिए सॉफ्ट पेस्टल कलर का प्रयोग करती हूँ मधुबनी पेंटिंग के लिए मैं ऐक्रेलिक कलर का प्रयोग करती हूँ और लैंडस्केप पेंटिंग के लिए मैं ऑइल पेंट को चुनती हूँ लेकिन सबसे ज्यादा मुझे ऐक्रेलिक कलर का प्रयोग करना पसंद है । तो ये है कला के क्षेत्र में मेरी यात्रा इसके अलावा लेखन में भी मेरी रूचि है उम्मीद है इस ओर भी जल्द ही मै कुछ अच्छा करुँगी ।

धन्यवाद
अनुपमा सिंह

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