October 24, 2025

गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों का दावा- Corona से उबरे लोगों में फैल रहा खतरनाक ‘फंगल’ संक्रमण

0
doctors-claim-corona-virus-spreads-deadly-fungal-infection-mplive

LAST UPDATED: DECEMBER 15, 2020,

नई दिल्ली. देश की राजधानी के प्रतिष्ठित सर गंगाराम अस्पताल (Sir Gangaram Hospital) के डॉक्टरों ने दावा किया है कि कोविड-19 से उबर रहे कई लोगों में दुर्लभ और जानलेवा फंगल संक्रमण (Fungal Infection) पाया जा रहा है. इसके चलते उनमें से लगभग आधे लोगों की आंखों की रोशनी खत्म हो गई है. अस्पताल के अधिकारियों ने सोमवार को यह दावा किया. उन्होंने कहा कि अस्पताल के आंख-नाक-गला (ENT) चिकित्सकों के सामने बीते 15 दिन में ऐसे 13 मामले आए हैं.

डॉक्‍टरों ने कहा कि यह चिंताजनक समस्या दुर्लभ है, लेकिन नयी नहीं है. उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 से होने वाला फंगल संक्रमण नयी बात है.’ अस्पताल ने एक बयान में कहा, ‘बीते 15 दिन में ईएनटी चिकित्सकों के सामने कोविड-19 के चलते फंगल संक्रमण के शिकार 13 मामले सामने आए हैं, जिनमें 50 प्रतिशत मामलों में रोगियों की आंखों की रोशनी चली गई.’

मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 10,014
बता दें कि कोरोना वायरस धीरे-धीरे घातक होता जा रहा है. खासकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले कुछ ज्यादा ही सामने आ रहे हैं. रविवार को दिल्ली कोविड-19 के 1984 नए मामले आए. हालांकि, संक्रमण दर घटकर 2.74 प्रतिशत पर आ गई. दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक रविवार को महामारी से 33 और लोगों की मौत होने से मृतकों की कुल संख्या बढ़कर अब 10,014 हो गई है.

आरटी-पीसीआर तरीके से 35,611 नमूनों की जांच

दिल्ली में 3 दिसंबर से 7 दिसंबर के बीच संक्रमण दर में लगातार गिरावट दर्ज की गई और इस दौरान यह क्रमश: 4.96 प्रतिशत, 4.78 प्रतिशत, 4.2 प्रतिशत, 3.68 प्रतिशत और 3.15 प्रतिशत रही. हालांकि, आठ दिसंबर को यह फिर बढ़कर 4.23 प्रतिशत हो गई और नौ दिसंबर को 3.42 प्रतिशत और 10 दिसंबर को 2.46 प्रतिशत रही. इसके बाद 11 दिसंबर को यह 3.33 और 12 दिसंबर को 2.64 प्रतिशत हो गई. स्वास्थ्य विभाग के नए बुलेटिन के मुताबिक, एक दिन पहले कोविड-19 के 72,335 नमूनों की जांच की गई थी जिसमें संक्रमण के यह नए मामले आए. इसमें आरटी-पीसीआर तरीके से 35,611 नमूनों की जांच की गई.

 

About The Author

Share on Social Media

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *