September 11, 2025

Free Trade Agreement: भारत और ब्रिटेन के बीच दिवाली तक हो सकता है फ्री ट्रेड एग्रीमेंट!

0
Decoding India-UK Free Trade Agreement_0

Updated at : 21 Sep 2022

India-UK FTA: भारत और ब्रिटेन के बीज में लंबे वक्त से फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (Free Trade Agreement) के लिए बात हो रही है. अब इस संबंध में ब्रिटिश हाई कमिश्नर (British High Commissioner) का बड़ा बयान आया है. ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा है कि दिवाली तक दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पूरी होने की संभावना है. ऐसे में यह दोनों आर्थिक महाशक्तियों के लिए बहुत अच्छा साबित हो सकता है. यह आर्थिक ग्रोथ (Economic Growth) को बढ़ावा देने के साथ ही दोनों देशों में नई रोजगार के अवसर पैदा करने में भी मदद कर सकता है. ब्रिटिश हाई कमिश्नर का यह कल हुए एक कार्यक्रम में दिया है.

दिवाली तक हो सकता है एग्रीमेंट
ब्रिटिश हाई कमिश्नर ने कहा कि दिवाली के खास मौके पर दोनों देशों के लोगों को FTA का गिफ्ट मिल सकता है. ब्रिटिश हाई कमिश्नर के साथ ही इस कार्यक्रम में कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के ज्वाइंट सेक्रेटरी राजेंद्र रत्नू भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि इस फ्री ट्रेड एग्रीमेंट की जल्द पूरी होने की संभावना है. दोनों देशों ने इस मसले पर काफी सकारात्मकता दिखाई है. इस एग्रीमेंट के अधिकांश मुद्दों पर दोनों देशों के बीच सहमति बन चुकी है और इस एग्रीमेंट पर अक्टूबर में दिवाली से पहले समझौता होने की उम्मीद जताई जा रही है. इस एग्रीमेंट से दोनों देशों के बीच व्यवहार बेहतर होगा और यह दोनों के हित में भी होगा.

लेबर इंसेंटिव सेक्टर को मिलेगा फायदा
ज्वाइंट सेक्रेटरी राजेंद्र रत्नू ने यह भी बताया कि इस फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से भारत के एक्सपोर्ट सेक्टर में ग्रोथ दर्ज की जाएगी. इसके साथ ही देश की लेबर इंसेंटिव सेक्टर जैसे प्रोसेस्ड एग्रो, लेदर, टेक्सटाइल और ज्वेलरी प्रोडक्ट्स को भी बहुत बढ़ावा मिलेगा. इससे देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. ध्यान देने वाली बात ये है FTA एक इंटरनेशनल कानून है जिसके मुताबिक दो या दो से अधिक देश एक दूसरे के बीच व्यापार को बढ़ाने के लिए इंपोर्ट-एक्सपोर्ट की दिक्कतों को दूर करने की कोशिश करते हैं. इसके लिए उनके बीच में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट साइन होता है.

दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने पर जोर
भारत और ब्रिटेन के बीच फिलहाल 50 बिलियन डॉलर का ट्रेंड हो रहा है जिसे बढ़ाकर 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य है. भारत और ब्रिटेन का ट्रेड अधिकतम सर्विस सेक्टर पर निर्भर करता है जो कि कुल ट्रेड का 70% हिस्सा है. भारत यूके का 12 वां सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है. वहीं भारत का यूके 7वां सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है. ऐसे में दोनों देश FTA के जरिए व्यापार में होने वाली परेशानी को दूर करके अपनी आर्थिक ग्रोथ में तेजी साला चाहते हैं.

About The Author

Share on Social Media

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed