MP News: प्रदेश में फैल रही ये खतरनाक बीमारी

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भोपाल. मध्य प्रदेश डायरिया अब डराने लगा है. प्रदेश में डायरिया के मरीजों की संख्या 11 हो गई है. प्रदेश के कई जिलों में लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं. 22 जुलाई को मैहर में एक महिला और उसकी सास की मौत हो गई. डिंडोरी में डायरिया से अभी तक 5 लोगों की, जबलपुर के भंडारा गांव में एक महिला और उसकी दो साल की बच्ची, रायसेन-सागर में एक-एक शख्स की मौत हो चुकी है. मंडला जिले में डायरिया के शिकार 20 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. रीवा जिले में भी 24 लोगों का इलाज चल रहा है. सुदूर गांवों में डायरिया दूषित पानी से फैल रहा है.
जानकारी के मुताबिक, मैहर की पिराहट पंचायत के झिरहट गांव में 28 साल की रेखा और 62 साल की पार्वती ने डायरिया की वजह से दम तोड़ दिया. उनके अलावा यहां 6 लोगों का इलाज चल रहा है. 5 लोग अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं. यहां डायरिया से ग्रसित एक बच्चे की हालत गंभीर है. जानकारी के मुताबिक, रेखा को जब शुरुआत में डायरिया की शिकायत हुई तो उसका घरेलू इलाज किया गया. उसके बाद जब उसकी हालत और बिगड़ गई तो घरवाले उसे आनन-फानन में मैहर के स्वास्थ्य केंद्र ले गए. यहां उसकी मौत हो गई.
अस्पताल से डिस्चार्ज हुए कई लोग
बताया जाता है कि, रेखा के बाद उसकी सास पार्वती में भी डायरिया के लक्षण दिखाई देने लगे. इससे पहले कि घरवाले उसका इलाज करा पाते उसकी भी मौत हो गई. इन दो मौतों के बाद मैहर के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम तत्काल गांव पहुंच गई. विभाग का कहना है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. डायरिया से ग्रसित सभी लोग अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिए गए हैं. इन बीमारों में एक बच्चा भी शामिल है.
बंद किए हैंडपंप
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस मामले की जांच में ये बात निकलकर आई है कि जितने भी लोग इस बीमारी से ग्रसित हुए हैं, उन्होंने किसी एक हैंडपंप से पानी पीया है. इस गांव में 400 लोग रहते हैं. उनके बीच 4 हैंडपंप हैं. जिन्होंने दूसरे हैंडपंप से पानी पीया है उनकी स्थिति ठीक है. इससे पता चलता है कि एक हैंडपंप का पानी दूषित है. स्वास्थ्य विभाग ने चारों हैंडपंपों के पानी के सैंपल ले लिए हैं. इन सैंपल को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा. इन हैंडपंपों को बंद कर दिया गया है. गांववालों को टैंकर से पानी मुहैया कराया जा रहा है.