टीम इंडिया ने रचा इतिहास, 85 साल में पहली बार विदेशी धरती पर 3-0 से क्लीन स्वीप

खेल, मुख्य समाचार
नई दिल्ली/कैंडी: बल्लेबाज़ों के बेहतरीन प्रदर्शन और गेंदबाज़ों के लाजवाब गेंदबाज़ी से भारत ने श्रीलंका को तीसरे टेस्ट में पारी और 171 रनों से हराकर 3 मैचों की सीरीज़ पर 3-0 से क्लीनस्वीप कर लिया है. इस जीत के साथ ही पहली बार भारतीय टीम ने किसी भी विदेशी दौरे पर सभी टेस्ट मैचों को जीतकर क्लीनस्वीप किया कर लिया है. इस जीत के साथ ही विराट कोहली की कप्तानी में भारत की ये लगातार 8वीं टेस्ट सीरीज़ जीत भी है.

पल्लेकल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में जारी तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारतीय गेंदबाज़ों ने मेहमान टीम को ऑल-आउट कर मैच को तीसरे दिन ही खत्म कर दिया. आज 1 विकेट पर 19 रन से आगे खेलने उतरी श्रीलंकाई टीम दूसरी पारी में भी कोई कमाल नहीं दिखा सकी और महज़ 181 रनों के स्कोर पर ऑल-आउट होकर पारी से हार का सामना करना पड़ा.

दूसरी पारी में एक बार फिर भारतीय गेंदबाज़ों का दबदबा जारी रहा. आर अश्विन ने लाजवाब गेंदबाज़ी करते हुए श्रीलंकाई टीम को मुश्किल में फंसा दिया. उन्होंने दूसरी पारी में श्रीलंका के 4 बल्लेबाज़ों को वापस पवेलियन भेजा. अश्विन के अलावा मोहम्मद शमी ने भी दूसरी पारी में बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए 3 विकेट चटकाए. इनके अलावा पहली पारी में 5 विकेट चटकाने वाले चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव ने, जबकि उमेश यादव ने 2 विकेट चटकाए.

भारतीय गेंदबाज़ों ने तीसरे दिन के पहले सेशन में ही श्रीलंका को कमजोर कर दिया था. पहले सत्र की समाप्ति तक फॉलोऑन खेल रही उतरी श्रीलंका की टीम चार विकेट के नुकसान पर केवल 82 रन ही बना पाई. आज लंच तक भारत की ओर से पहली पारी में बनाए गए 487 रनों के जवाब में श्रीलंका 270 रन पीछे थी. लेकिन लंच के बाद उनकी टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई.

इसके बाद पहले दिन के नाबाद बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने (19) और मलिंदा पुष्पकुमारा (1) केवल 26 रन ही बना पाए थे कि इसी स्कोर पर रविचंद्रन अश्विन ने करुणारत्ने को अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कर श्रीलंका को दिन का पहला झटका दिया.

करुणारत्ने के आउट होने के बाद मोहम्मद शमी ने पुष्पकुमारा और कुशल मेंडिस (12) को मैदान पर टिकने का मौका नहीं दिया और दोनों के विकेट लेकर उन्हें पवेलियन का रास्ता दिखाया. 34 के कुलयोग पर टीम अपने चारों विकेट खो चुकी थी.

लंच के बाद भारतीय गेंदबाज़ों ने कप्तान दिनेश चांदीमल और एंजेलो मैथ्यूज़ के बीच पनप रही 50 रनों से ज्यादा की साझेदारी को तोड़ दिया. टीम के 104 रन के स्कोर पर कप्तान दिनेश चांदीमल कुलदीप यादव की गेंद पर कैच आउट हो गए. उन्होंने 36 रन बनाए. चांदीमल के विकेट के कुछ देर बाद ही विकेटों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया और टीम ने जल्दी-जल्दी एंजेलो मैथ्यूज़ और परेरा के विकेट गंवा दिए.

7 विकेट गंवाने के बाद डिकवेला ने संदाकन के साथ मिलकर टीम के स्कोर को 150 रनों के पार पहुंचाया और टीम को शर्मनाक हार से बचाने की कोशिश की लेकिन अंत में उनकी कोशिश भी नाकाफी साबित हुई और पूरी टीम 181 रन के स्कोर पर ऑल-आउट हो गई.

उल्लेखनीय है कि श्रीलंका की पहली पारी बीते दिन महज़ 2 सेशन के खेल में 135 रनों पर ऑल-आउट हो गई थी. जिसके बाद भारत ने मेज़बान टीम को फॉलोऑन खेलने उतारा. लेकिन दूसरी पारी में भी श्रीलंकाई टीम कुछ नहीं कर सकी.

भारतीय टीम ने तीसरे टेस्ट में एक बार फिर से टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया था. जिसे भारतीय बल्लेबाज़ों ने एकदम सही साबित किया. पहले ओपनिंग विकेट के लिए शिखर धवन ने केएल राहुल के साथ मिलकर 188 रनों की साझेदारी कर डाली. जिसके बाद अंत में हार्दिक पांड्या के यादगार शतक की मदद से भारत ने पहली पारी में कुल 485 रन बनाए थे.

टेस्ट सीरीज़ में धमाकेदार जीत के बाद अब टीम इंडिया 20 तारीख से शुरू होने वाली वनडे सीरीज़ पर निगाहें जमाए हुए है. जबकि श्रीलंकाई टीम वनडे सीरीज़ में इस हार को भुलाकर एक नई शुरूआत करना चाहेगी.

 

Leave a Reply