80 करोड़ में बिक गया देश का पहला स्वदेशी कार ब्रांड एम्बेसडर
Last Updated: Saturday, 11 February 2017
नई दिल्लीः भारत की पहली स्वदेशी कार एंबेसडर को हिंदुस्तान मोटर्स ने 80 करोड़ रुपये में फ्रांसीसी कार ब्रांड प्यूजो एसए को बेच दिया है. हिंदुस्तान मोटर्स ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा है कि इसमें ट्रेडमार्क भी शामिल है. एंबेसडर ब्रांड की बिक्री के लिए प्यूजो एसए से यह सौदा 80 करोड़ रुपये में हुआ है. एंबेसडर कार जो कभी देश के राजनेताओं और अफसरों की पहली पसंद हुआ करती थी, जिसको भारत में कारों का स्टेटस सिंबल माना जाता था और ये किंग ऑफ इंडियन रोड के नाम से मशहूर थी. पहले देश के सभी राजनेताओं के पास ये ही कार हुआ करती थी और संसद के बाहर इससे निकलते पीएम और सभी बड़े नेताओं की तस्वीर एंबेसडर की पहचान हुआ करती थी. एंबेसडर भारतीय नेताओं-मंत्रियों की शान की सवारी थी और इसमें नेताओं का सफर शाही सवारी से कम नहीं माना जाता था.
जानें पहली स्वदेशी कार एंबेसडर का इतिहास
हिंदुस्तान मोटर्स ने एम्बेसडर का निर्माण 1958 में करना शुरू किया था. घाटे के चलते कार का निर्माण तीन साल पहले ही यानी साल 2014 में बंद किया जा चुका है. ये गाड़ी ब्रिटेन के मोरिस ऑक्सफोर्ड सीरीज 3 कार के मॉडल की तरह थी. 1992 से पहले इसके मार्क 1, मार्क 2, मार्क 3, मार्क 4, एंबेसडर नोवा और एंबेसडर 1800 आईएसजेड जैसे कई मॉडल आए. 2003 के बाद इसके तीन और नए मॉडल एंबेसडर ग्रांड, एंबेसडर एविगो और एंबेसडर एनकोर लांच किए गए थे. 1980 में कंपनी की कारों की बिक्री 24,000 कारें सालाना थी जो साल 2000 तक घटकर 6,000 यूनिट हो गई थी.
क्यों हुआ ये फैसला?
माना जा रहा है एंबेसडर कारों की घटती बिक्री और इस कार की उत्पादन लागत बेतहाशा बढ़ जाने के कारण इसकी मालिक कंपनी हिंदुस्तान मोटर्स ने प्यूजो एसए ग्रुप के साथ अपने ब्रांड और ट्रेडमार्क एंबेसडर को बेचने का समझौता सिर्फ 80 करोड़ में कर दिया. कंपनी ने खुद माना कि इस सौदे से मिली रकम से कंपनी के वर्कर्सकर्मचारियों और लेनदारों का कर्ज चुकाया जाएगा. इस तरह कभी सत्ता और रसूख की पहचान रही भारतीय कार एंबेसडर फ्रेंच कंपनी के हवाले हो गई है.
भारतीय बाजार में एंट्री करने के लिए प्यूजो एसए ने सीके बिड़ला ग्रुप के साथ पिछले महीने डील की थी जिसके तहत प्यूजो एसए और सीके बिड़ला ग्रुप मिलकर भारतीय ऑटो सेक्टर में बड़े खिलाड़ी के तौर पर दिखना चाहते हैं. इसके तहत, शुरुआत में करीब 700 करोड़ रुपए का निवेश करके मिलनाडु में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाया जाएगा. इस प्लांट में हर साल 1 लाख वाहन बनाने की कैपेसिटी होगी.
प्यूजो एसए
प्यूजो एक प्रमुख फ्रांसीसी कार ब्रांड है, जो यूरोप में आधारित दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता पीएसए प्यूज़ो, सिट्रोएन का हिस्सा है. मौजूदा प्यूजो कम्पनी से पहले जो पारिवारिक व्यवसाय था उसकी स्थापना 1810 को हुई थी. प्यूजो ग्रुप 3 ब्रांड प्यूजो, सिट्रॉन और डीएस के तहत वाहनों की सेल करता है. इस ग्रुप ने पहले भारत में प्रीमियर ग्रुप के साथ जॉइंट वेंचर किया था लेकिन 2001 में ये ज्याइंट वेंचर ‘प्यूजो पीएएल’ खत्म हो गया था.