September 11, 2025

देसी गाय ने जीता MP का गोपाल अवार्ड

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शिवपुरी. मध्‍य प्रदेश के शिवपुरी के बामौर गांव के मस्तराम ने सिद्ध कर दिया कि पशुओं की ठीक तरह से देखभाल की जाए तो देसी गाय भी विदेशी नस्ल की गायों से बेहतर दूध दे सकती है. मस्तराम की गिर गाय ने 18 लीटर दूध देकर मध्य प्रदेश सरकार के गोपाल पुरस्कार पर कब्‍जा किया है.

बता दें कि देसी नस्ल की गायों को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश पशुपालन विभाग द्वारा हर साल गोपाल पुरुस्कार की घोषणा की जाती है. इस दौरान सबसे अधिक दूध देने वाली तीन गायों को पुरस्कृत किया जाता है. वहीं, चिकित्सकों का मानना है कि देसी गाय का दूध अन्य गायों से कहीं बेहतर और स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद होता है. इसी विशेषता को देखते हुए यह पुरस्कार शुरू किया गया है.

शिवपुरी में सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी ट्रेनिंग सेंटर पर हुई प्रतियोगिता के लिए ब्लॉक के 24 पशुपालकों ने आवेदन किया था. इनमें से दुग्ध उत्पादन के आधार पर 10 गायों का वरीयता सूची के आधार पर चयन किया गया. इनमें से तीन सर्वश्रेष्ठ गायों का चयन करना था. प्रथम पुरस्कार के रूप में 51 हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार 21 हजार और तृतीय पुरस्कार के रूप में 11 हजार की राशि रखी गई थी.

इस आधार पर हुआ फैसला
प्रतियोगिता के दौरान 13 फरवरी की सुबह-शाम और 14 फरवरी को सुबह, तीन समय के दुग्ध उत्पादन के आधार पर गायों के दूध को मापा गया. उप संचालक पशुपालन विभाग डॉ. एमसी तमोरी ने पुरस्कारों की घोषणा की, जिसमें शिवपुरी के ग्राम बामौर निवासी मस्तराम रावत की गिर गाय (17.897 लीटर) को प्रथम स्थान एवं पुरस्कार स्वरूप 51 हजार की राशि दी गई. ग्राम बड़ागांव निवासी गोपाल सिंह गुर्जर की साहीवाल गाय (17.456 लीटर) को द्वितीय स्थान एवं 21 हजार की राशि तथा ग्राम जागती निवासी अशोक सिंह गुर्जर की साहीवाल गाय (16.197 लीटर) को तृतीय स्थान एवं पुरस्कार स्वरूप 11 हजार रुपये की राशि दी गई. शेष सात प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए.

हर साल फरवरी में होती है प्रतियोगिता
आपको बता दें कि गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता प्रति वर्ष फरवरी माह में आयोजित की जाती है, जिसमें प्रदेश के सभी जिलों में ब्लॉक स्तर पर चयन किया जाता है. पशुपालक अपनी अपनी गायों को लाकर इस प्रतियोगिता में शामिल होते हैं, जहां तीन बार का दूध उत्पादन एकत्रित करते हैं. इस दौरान जिस गाय से दुग्ध उत्पादन सबसे अधिक होता है उसको प्रथम पुरस्कार दिया जाता है.

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