अडानी ग्रुप की मध्य प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में 60,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना

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Updated: 12 जनवरी, 2023

इंदौर: पोर्ट के साथ साथ ऊर्जा क्षेत्र में विस्तार कर रहे समूह अडानी ग्रुप ने बुधवार को कहा कि उसकी खनिज अन्वेषण,ऊर्जा,कृषि,नवीकरणीय ऊर्जा और कोयला क्षेत्रों में 60,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना है. हालांकि समूह ने निवेश के लिए कोई समय सीमा नहीं बताई.

इंदौर में दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ आमने-सामने की बातचीत के दौरान एग्रो,ऑयल एंड गैस के मैनेजिग डायरेक्टर और और अडानी एंटरप्राइजेज के डायरेक्टर प्रणव अडानी  ने कहा कि उनके ग्रुप की खनिज, ऊर्जा, कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा और कोयले के क्षेत्रों में 60,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह बात कही गई है.

जीआईएस का वर्चुअल उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.

इंदौर में दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ आमने-सामने की बातचीत के दौरान एग्रो,ऑयल एंड गैस के मैनेजिग डायरेक्टर और और अडानी एंटरप्राइजेज के डायरेक्टर प्रणव अडानी  ने कहा कि उनके ग्रुप की खनिज, ऊर्जा, कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा और कोयले के क्षेत्रों में 60,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह बात कही गई है.

जीआईएस का वर्चुअल उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.

मुख्यमंत्री ने  प्रणव अडानी से स्थानीय युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता देने के लिए कहा. इस पर अडानी ने कहा, “यह हमारा कर्तव्य है.”

ग्रुप राज्य के युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए अपनी आवश्यकता के अनुसार कौशल विकास केंद्र चलाएगा और मध्य प्रदेश में एक अस्पताल स्थापित करने की भी योजना है. चौहान ने उन्हें राज्य में खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने की संभावनाओं से भी अवगत कराया.

इस बीच, जीआईएस शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए आदित्य बिड़ला समूह के प्रमुख कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि उनका समूह राज्य में 15,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहा है.

उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश से हमारे पुराने संबंध हैं. हालांकि यह हमारी जन्मभूमि नहीं है, लेकिन यह निश्चित रूप से हमारी कर्मभूमि है. हम अगले पांच वर्षों में राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में 15,000 करोड़ रुपये निवेश करने का सोच रहे हैं.”

वर्तमान में बिड़ला समूह के सात व्यवसाय राज्य में चल रहे हैं और उनका कुल निवेश 60,000 करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया है.

उन्होंने पिछले एक दशक में प्रदेश की आर्थिक प्रगति का जिक्र करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश ने खुद को ‘भविष्य के लिए तैयार’ राज्य के रूप में प्रस्तुत किया है. उन्होंने बताया कि राज्य में 25,000 से अधिक कर्मचारी बिड़ला समूह का हिस्सा हैं.

मुख्यमंत्री के साथ अलग-अलग बातचीत में डालमिया भारत समूह के पुनीत डालमिया ने सीमेंट संयंत्र स्थापित करने में रुचि व्यक्त की. गोदरेज उद्योग के नादिर गोदरेज ने बढ़ते शहरीकरण के मद्देनजर रियल एस्टेट के क्षेत्र में निवेश करने में रुचि दिखाई है.

आईटीसी समूह के संजीव पुरी ने चौहान के साथ बातचीत करते हुए कहा कि समूह की योजना 1,500 करोड़ रुपये के निवेश के साथ राज्य में किसान उत्पादक संगठन (FPO) को 300 से बढ़ाकर 1,000 करने की है.

इसके अलावा चौहान ने टाटा इंटरनेशनल के नोएल टाटा, एक्सेंचर ग्रुप की रेखा मेनन और रिलायंस इंडस्ट्रीज के निखिल आर मेसवानी के साथ भी आमने-सामने बातचीत की.

मेसवानी ने चौहान को बताया कि वर्ष के अंत तक तहसील स्तर तक 5जी नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में समूह द्वारा 175 पेट्रोल पंप संचालित किए जा रहे हैं और उनकी संख्या दोगुनी कर दी जाएगी.

उन्होंने बताया कि समूह की सौर ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा निवेश करने की योजना है और चंबल क्षेत्र में आवश्यक सर्वेक्षण और अध्ययन चल रहा है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने राज्य में कपड़े की पूर्ण प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करने में भी रुचि दिखाई.

 

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