‘हॉट’ योगा गुरु बिक्रम चौधरी के खिलाफ जारी हुआ अरेस्ट वारंट

अंतर्राष्‍ट्रीय, मुख्य समाचार

Updated: May 25, 2017

कैलिफोर्निया की एक अदालत ने गुरुवार को योग गुरू बिक्रम चौधरी के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है. बिक्रम अमेरिका में संचालित बिक्रम योगा के संस्थापक हैं. बिक्रम पर उनकी पूर्व कानूनी सलाहकार ने शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था. इस मामले में बिक्रम को उन्हें 6.5 मिलियन डॉलर चुकाने थे जो उन्होंने नहीं दिए. इसके बाद कोर्ट ने अरेस्ट वारंट जारी किया.

लॉस एंजिलिस सुपीरियर कोर्ट के जज एडवर्ड मोरटॉन के आदेश के अनुसार बिक्रम 8 मिलियन डॉलर रुपये जमा कर अपनी जमानत करवा सकते हैं.

चौधरी पर साल 2013 में उनकी पूर्व लीगल एडवाइजर मीनाक्षी ‘मिकी’ जफा-बॉडन ने शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि जब उन्होंने एक योगा स्टूडेंट से रेप के बाद मामला छिपाने में बिक्रम की मदद से इनकार किया तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था. पिछले साल जनवरी में कोर्ट ने बिक्रम को आदेश दिया था कि वह क्षतिपूर्ति के रूप में मीनाक्षी को 6.47 मिलियन डॉलर का भुगतान करें. इस फैसले के तुरंत बाद बिक्रम कैलिफोर्निया चले गए थे.

कई मामलों में से एक

मीनाक्षी का आरोप था कि योगगुरु ने 2011 में उसे रजामंद किया कि वह उसकी वकील के तौर पर काम करने के लिए अपने देश भारत लौट जाए. मीनाक्षी ने आरोप लगाया कि नौकरी के दौरान योगगुरु ने उसका यौन उत्पीड़न किया और उस पर अश्लील टिप्पणियां की. उसने यह भी आरोप लगाया कि जब उसने एक शिष्या के बलात्कार समेत योगगुरु के खिलाफ यौन उत्पीड़न और कदाचार के आरोपों की जांच शुरू की तो उसे बर्खास्त कर दिया गया. मीनाक्षी की याचिका चौधरी के खिलाफ दायर यौन उत्पीड़न के अनेक मामलों में से एक है.

खुद को बताया था बैंकरप्ट
भारतीय मूल के बिक्रम चौधरी ने करीब चालीस साल पहले जब पहली बार अमेरिका में कदम रखा, तब वहां के लोगों के लिए योग एक नई चीज थी. वहां 100 फॉरेनहाइट तापमान (40 डिग्री सेल्सियस) पर बिक्रम के अनोखे प्रयोग ने अमेरिका में उन्हें शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचा दिया. हालांकि बाद में बिक्रम पर कई छात्राओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया. सुनवाई के दौरान चौधरी ने दावा किया कि कानूनी फीस के तौर पर कई मिलियन डॉलर चुकाने के बाद वह पूरी तरह से बैंकरप्ट हो चुके हैं.

 

Leave a Reply