New Year: MP की इन जगहों पर सस्ते में मना सकते हैं वेकेशन

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Last Updated: Dec 26, 2022,

New Year 2023 Vacation Plan: नया साल नजदीक है, आप 2022 से 2023 में प्रवेश करने के बस चंद कदम दूर हैं. ऐसे में आप भी सोच रहे होंगे कि इस साल न्यू ईयर पर क्या करें. अगर घूमने का आपका मूड (New Year Celebration Plan) कर रहा है तो हम आपको बताने जा रहे हैं मध्य प्रदेश की कुछ ऐसी जगहें जहां पर जाने के बाद आपका मन वापस लौटने का करेगा ही नहीं (New Year 2023 Places To Visit In MP) और ये जगहें आपके बजट में भी हैं. ये जगहें सैलानियों को खूब ज्यादा रिझाती हैं .कौन सी है वो 5 खूबसूरत जगहें आइए जानते है…

ग्वालियर का किला 
अगर आप अपना नया साल मध्य प्रदेश में मनाने की सोच रहें है तो आपको ग्वालियर का किला देखने जाना चाहिए. यह किला सेंड स्टोन से बना हुआ है और ऐसी मान्यता है कि इसे शहर की हर दिशा से देखा जा सकता है. यह मध्य प्रदेश राज्य के सबसे प्रमुखतम स्मारकों में से एक है. यह काफी ऊंचे पठार पर स्थित है. ऐसा कहा जाता है कि जो सड़क इस किले तक पंहुचाती है, उन्ही सड़कों के किनारे चट्टानों पर जैन तीर्थकंरों की विशाल मूर्तियां बेहद खूबसूरती से और बारीकी से नक्काशी की गई हैं. इसके अलावा आपको बता दें कि ये किला 35 फिट की ऊंचाई पर बना हुआ है. ऐसा बताया जाता है कि इस किले के अंदर मध्यकालीन स्थापत्य के अद्भुत नमूने स्थित हैं जो ऐतिहासिक दृष्टि से काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है. अगर आपको इतिहास में थोड़ी सी दिलचस्पी हो या फिर आप प्राचीन चीजों का शौक रखते हैं तो आप इस बार नव वर्ष के मौके पर ग्वालियर का किला घूमने जाइए, घूमने के लिहाज से यह एक दिलचस्प जगह है.

सतपुड़ा की पहाड़ियां 
मध्य प्रदेश राज्य में स्थित सतपुड़ा की पहाड़ियां काफी लुभावनी हैं. बीते सालों में ये देखा गया है कि पर्यटकों का एक भारी हुजूम सतपुड़ा की पहाड़ियों का दीदार करने गया है.अगर आप भी नए साल पर कहीं घूमने का प्लान बना रहें है तो आपको मध्य प्रदेश राज्य में स्थित सतपुड़ा की पहाड़ियों पर जाना चाहिए. इस पहाड़ी के उत्तर में नर्मदा शिला और दक्षिण में ताप्ती शिला स्थित है,बता दें कि इस पहाड़ी की सबसे ऊंची चोटी धुपगढ़ महादेव पहाड़ी पर स्थित है. इसके अलावा सतपुड़ा पहाड़ी क्षेत्र से नर्मदा, महानदी, ताप्ती जैसी नदियां निकलती है. जिसके उद्गम को देखना काफी लुभावना होता है. इस लिहाज से आपको इस बार नए साल पर सतपुड़ा की पहाड़ियां देखने जाना चाहिए.

ओरछा का किला 
ओरछा का किला मध्य प्रदेश में स्थित बेहद खूबसूरत जगह है. बता दें कि प्राचीन काल में ओरछा को मध्य भारत के सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली राज्य के रूप में जाना जाता था, ऐसा कहा जाता है कि ओरछा का साहित्य, कला  काव्य इन सब में विशेष योगदान रहा है. ओरछा की नींव सोलहवीं शताब्दी में बुन्देल राजपूत राजा रुद्रप्रताप द्वारा रखी गई थी. इसके अलावा आपको बता दें कि ऐसा कहा जाता है कि भारत देश में ओरछा एक मात्र ऐसी जगह है जहां पर भगवान राम की पूजा एक राजा के तौर पर की जाती है.साथ ही साथ आपको बता दें कि इस किले को भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण द्वारा यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल करने के लिए 15 अप्रैल, 2019 को संयुक्त राष्ट्र संघ को एक प्रस्ताव भेजा था. भेजे गए प्रस्ताव के बाद यूनेस्को ने इसे की विश्व धरोहर स्थलों की प्रस्तावित (अस्थायी) सूची में शामिल कर लिया गया है. अगर आप इस साल मध्य प्रदेश घूमने का विचार बना रहें है तो ओरछा का किला देखने आपको जरूर जाना चाहिए.

मांडू का किला 
सैलानियो के घूमने के लिहाज से मांडू का किला भी काफी रमणीय हो सकता है.मांडू का किला पत्थरों के द्वारा बना है. यह किला इंदौर शहर से 99 किमी की दूरी पर मांडू नामक जगह पर स्थित है. इसे जीवन और आनंद के उत्सव का प्रतिरूप माना जाता है.इसके अलावा आपको बता दें कि इस किले को राजा बाजबहादुर और उनकी सुंदर रानी रुपमती के प्रेम के स्मृति का प्रतीक भी माना जाता है.साथ ही साथ आपको बता दें कि मांडू विंध्य की पहाड़ियों पर बसा है.जिसकी ऊंचाई 2000 फिट है.यह किला आफगानी वास्तुकला का अद्भुत नमूना है. इस किले की सुंदरता को देखते हुए 13 वीं शताब्दी में इस किले का नाम  मालवा के सुलतानों ने शादियाबाद यानि की खुशियों का शहर रखा.मुगलकाल में माण्डू आमोद-प्रमोद का स्थल था.यहाँ की झीलों और महलों की वजह से इस स्थान पर हमेशा उत्सव जैसा वातावरण बना रहता था . जो अभी तक जीवंत है. इतनी खूबियों को देखते हुए हम यह कह सकते हैं कि अगर आप नए साल कहीं घूमने का प्लान बना रहें हैं तो आपको मांडू का किला देखने जरुर जाना चाहिए.

भीमबेटका की गुफाएं
भीमबेटका मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल  से 35 किमी की दूरी पर स्थित एक गांव है .जो विन्ध्याचल पहाड़ियो के उत्तरी छोर पर स्थित है. यहां की गुफाएं विश्व  भर में प्रसिद्ध है. इस गुफा में बड़ी- बड़ी चट्टानें पाई जाती है. और हाल में ही  इन चट्टानों पर पूर्व पाषाण युग की गुफाओं में बने हुए छह सौ से भी ज्यादार् भित्तिचित्रों का पता चला है. जो अपने आप में ऐतिहासिक महत्व रखता है. ऐसा कहा जाता है कि संसार में अब तक पाये जाने वाले पूर्व पाषाण युगीन भित्तिचित्रों का सबसे बड़ा संग्रह इन्हीं गुफाओं में स्थित है. जो काफी रोमांचकारी है इन विविधताओं को देखते हुए हम कह सकते हैं कि भीमबेटका की गुफाएं काफी ज्यादा पर्यटकों को रोमांचित कर सकती है. अगर आप भी नए साल पर घूमने का प्लान बना रहें है तो आपको मध्य प्रदेश में स्थित भीमबेटका की गुफाएं देखने जाना चाहिए.

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