MP News: मुर्दे महफूज नहीं! चूहे कुतर रहे शव

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Last Updated: Jul 24, 2023,

BHOPAL: मध्य प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग लोगों को बेहतर इलाज के कितने भी दावे कर ले लेकिन, रह रहकर उनकी व्यवस्थाओं की पोल खुल ही जाती है. हाल ही में राजधानी भोपाल (Bhopal News) के बड़े अस्पतालों में से एक हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital) से अव्यवस्थाओं के मामले सामने आए हैं. आलम ये है कि यहां यहां मर्चुरी में रखे मुर्दे भी महफूज नहीं है. डीप फ्रीजर का गेट बंद करने के लिए ईंट का सहारा लिया जाता है. इसी कारण शव के काम को चूहे कुतर जाते हैं और सिस्टम के कान में जू तक नहीं रेंगती.

शवों को सुरक्षित रखने के लिए सभी सरकारी अस्पतालों मर्चुरी होती है. मेडिकोलीगल केस की स्थिति में शवों को यहां सुरक्षित रखने के लिए रखा जाता है. लेकिन, भोपाल के सबसे बड़े अस्पताल हमीदिया की मर्चुरी में शव ही सुरक्षित नहीं हैं. मर्चुरी में रखे शव को चूहे कुतर जाते हैं. हाल ही में एक ऐसा मामला आया जहां शव के कान चूहे कितर गए.

हवा हवाई हुए सरकार के आदेश
खबर लगने पर सरकार ने सुधार करवाने का दावा करते हुए आदेश दिए थे. लेकिन, रात गई बात गई और आदेत हवा में निकल गए. 19 जून को शव का कान उतरने का मामला हमीदिया से सामने आया था. कागजों पर भले ही बदलाव हो गया हो पर जमीनी हालात अभी भी बदतर बने हुए हैं. तब से लेकर अब तक अस्पताल की व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हुआ है.

ईंट से बंद किया जाता है डीप फ्रीजर
हमीदिया अस्पताल के डीप फ्रीजर के गेट की रबर यानी सील खराब हो गई है. इस कारण डीप फ्रीजर का दरवाजा ही सही से बंद नहीं होता. इस कारण इसे बंद करने के लिए कर्मचारी ईट का सहारा लेते हैं. लेकिन, इसके बाद भी इसमें चूहे आसानी से अंदर चले जाते हैं और शवों को नुकसान पहुंचाते हैं.

इस सिस्टम में कैसे काम होगा
शव पर चूहे के अटैक के बाद डीप फ्रीजर को बंद करने के लिए ईंट के सहारे की तस्वीर बताती है कि सिस्टम केवल बयान तक जागा और सो गया है. मर्चुरी के बाहर सुरक्षा व्यवस्था का न होना बताता है की प्रबंधन किस तरह से लापरवाह है. सूचना पटल पर साफ लिखा है कि किसी भी अवस्था में शव के सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की होगी. लेकिन, यहां पुलिस विभाग ने भी एक सिपाही तैनात नहीं किया. अब सवाल उठता है कि ऐसी व्यवस्था में कैसे काम चलेगा.

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