
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और कर्मचारी कोरोना संक्रमित,दीक्षांत समारोह संकट में
Updated: Feb 18, 2021,
इंदौर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) स्थित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (Devi Ahilya University) का दीक्षांत समारोह संकट में घेरे में आ खड़ा हुआ है. 19 फरवरी को होने वाले आयोजन से ठीक पहले 9 कर्मचारी और प्रोफेसर कोरोना पॉजिटिव पाए गए.आयोजन में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव (Higher Education Minister Mohan Yadav) के साथ ही मध्य प्रदेश की राज्यपाल (Governor of Madhya Pradesh) और विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल (Chancellor of DAVV Anandi Ben Patel) मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे.
दो बैच के 194 छात्रों को मिलेंगे गोल्ड मेडल
इस बार समारोह में 2017-18 और 2018-19 बैच में डिग्री लेकर निकले छात्रों का दीक्षांत समारोह होगा. इन बैचेस के 194 छात्रों को गोल्ड मेडल, 22 को सिल्वर और 126 छात्रों को पीएचडी की डिग्री मिलेगी. 17 और 18 फरवरी का दिन समारोह की रिहर्सल के लिए रखा गया. इन दिनों में भी कोरोना गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखे जा रहा है. लेकिन प्रोफेसर और कर्मचारी के संक्रमित पाए जाने के बाद समारोह के आयोजन को लेकर संशय की स्थिति बन गई है.
इस बार समारोह में 2017-18 और 2018-19 बैच में डिग्री लेकर निकले छात्रों का दीक्षांत समारोह होगा. इन बैचेस के 194 छात्रों को गोल्ड मेडल, 22 को सिल्वर और 126 छात्रों को पीएचडी की डिग्री मिलेगी. 17 और 18 फरवरी का दिन समारोह की रिहर्सल के लिए रखा गया. इन दिनों में भी कोरोना गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखे जा रहा है. लेकिन प्रोफेसर और कर्मचारी के संक्रमित पाए जाने के बाद समारोह के आयोजन को लेकर संशय की स्थिति बन गई है.
550 व्यक्तियों को ही बैठने की अनुमति
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए आयोजन में सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ ही मंच पर भी कुछ बदलाव दिखाई देंगे. 1100 की क्षमता वाले DAVV ऑडिटोरियम में 550 को ही बैठने की अनुमति रहेगी. इनमें करीब 300 छात्र और 150 एकेडमिक काउंसलिंग के सदस्य रहेंगे. 100 सीटें अन्य प्रोफेसर, मीडियाकर्मियों और मुख्य अतिथियों के लिए रहेंगी. मेडल पाने वाले छात्रों के साथ अभिभावक या अन्य व्यक्तियों की एंट्री नहीं रहेगी. मंच पर ग्रुप फोटो की अनुमति भी नहीं होगी.
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए आयोजन में सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ ही मंच पर भी कुछ बदलाव दिखाई देंगे. 1100 की क्षमता वाले DAVV ऑडिटोरियम में 550 को ही बैठने की अनुमति रहेगी. इनमें करीब 300 छात्र और 150 एकेडमिक काउंसलिंग के सदस्य रहेंगे. 100 सीटें अन्य प्रोफेसर, मीडियाकर्मियों और मुख्य अतिथियों के लिए रहेंगी. मेडल पाने वाले छात्रों के साथ अभिभावक या अन्य व्यक्तियों की एंट्री नहीं रहेगी. मंच पर ग्रुप फोटो की अनुमति भी नहीं होगी.