Corona : मध्य प्रदेश में 72.3 फीसदी रिकवरी रेट , राजस्थान के बाद देश में सबसे ज्यादा
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर हर ओर हंगामा और टेंशन है. कोरोना के डर ने हर जगह पर घर कर लिया है. हालांकि इस सब के बीच एक राहत भरी खबर भी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक लगभग एक महीने से वायरस के नियंत्रण का नेचर स्टेबल है. एक्टिव केस अन्य राज्यों के मुकाबले कम हैं. अन्य राज्यों की तुलना में मध्य प्रदेश में वायरस (COVID-19) संक्रमण भी नियंत्रण में कहा जा सकता है. इसके साथ ही प्रदेश का रिकवरी रेट इस समय 72.3 प्रतिशत हो चुका है, जो राजस्थान के बाद देश में सबसे ज्यादा है. यानि मध्य प्रदेश में रोगियों के स्वस्थ होने की दर काफी ज्यादा है. इसके अलावा डबलिंग रेट 34.9 फीसदी है, जो सभी राज्यों में सबसे ज्यादा है.
आंकड़ों की बात करें तो मध्य प्रदेश में अब तक
कुल जांच – 258040
कुल पॉजिटिव केस – 10935
मौत – 465
स्वस्थ्य- 7903
एक्टिव मरीज- 2567
जाहिर है मध्य प्रदेश में मरीजों का रिकवरी रेट तो बेहतर हुआ है लेकिन ये आंकड़े भी जानने आपके लिए जरुरी हैं. मध्य प्रदेश में जांचों की संख्या में भी हाल के दिनों में कमी देखने को मिली है.
15-06-2020 को जांच – 5601, पॉजिटिव – 133
14-06-2020 को जांच – 5687, पॉजिटिव – 161
13-06-2020 को जांच – 7257, पॉजिटिव – 198
12-06-2020 को जांच – 6406, पॉजिटिव- 202
11-06-2020 को जांच – 7971, पॉजिटिव- 192
10-06-2020 को जांच – 7150, पॉजिटिव- 200
तेजी से कम हो रहे मरीज
प्रदेश के सबसे बड़े हॉट स्पॉट इंदौर की बात करें तो 15 जून को इंदौर में सिर्फ 6 कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) मरीज मिले. इसे लेकर इंदौर का प्रशासन खासा खुश है. इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि ये इंदौर के लोगों की मेहनत और तपस्या का ही फल है कि तेजी से मरीज कम हो रहे हैं. हालांकि इंदौर में नियमों में सख्ती बरती जा रही है और कोरोना से ये लड़ाई जारी है.
जल्दी ही दुरुस्त होंगे हालात
वहीं भोपाल में रोजाना औसत 50 से ज्यादा मरीज पॉजिटिव हो रहे हैं. ऐसे में प्रशासन उम्मीद कर रहा है कि हालात जल्दी ही दुरुस्त होंगे. स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि प्रदेश कोरोना से विजय की दिशा में आगे बढ़ रहा है. पहले भी मध्य प्रदेश मुश्किलों पर विजय हासिल करता आया है आगे भी करता रहेगा. नरोत्तम मिश्रा ने इसका सारा श्रेय डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ और पुलिसकर्मियों को दिया.
जाहिर है कोरोना से इस लड़ाई में सबके सहयोग के बाद ही सफलता मिलती दिख रही है हालांकि कागजों पर आंकड़ों की बाजीगरी की गुंजाइश को नकारा नहीं जा सकता लेकिन बढ़ता रिकवरी रेट एक अच्छी खबर लेकर आया है.