MP Politics: दिग्विजय सिंह ने क्यों की RSS की संगठन क्षमता की तारीफ?
Updated at : 25 Feb 2024 ,
Digvijaya Singh on RSS: कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की प्रतिबद्धता और संगठन क्षमता की तारीफ की है. हमेशा आरएसएस पर हमलावर रहने वाले दिग्विजय सिंह ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि इस हिंदूवादी संगठन से उनका विरोध उसके (RSS) के अन्य धर्मों के प्रति नफ़रत के व्यवहार से है. अपनी इसी पोस्ट में राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के कारण गरीब-अमीर की खाई बढ़ रही है. उन्होंने किसानों को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों की भी जमकर आलोचना की है. दिग्विजय सिंह ने कभी कांग्रेस न छोड़ने की प्रतिबद्धता भी दोहराई है.
अपने बारे में सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लिखा,”मैंने राजनीति हमेशा जन उत्थान और मानवता के मूल्यों पर किया है. गांधी नेहरू के आदर्शों पर चला हूं. मेरी सांसों के आख़िर क्षण तक मैं कांग्रेसी हूं.
मेरा विरोध राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से उनके अन्य धर्मों के प्रति नफ़रत के व्यवहार से है.हालांकि, उनकी संगठन क्षमता एवं प्रतिबद्धता का प्रशंसक भी हूं.लेकिन यह देश नफ़रत के विचार से “विश्वगुरु” नहीं बनेगा.”
उन्होंने आगे लिखा कि,”इसके लिए राहुल गांधी के मोहब्बत के विचार ‘नफ़रत छोड़ो भारत जोड़ो’ का रास्ता ही सही साबित होगा.इस समय हम अपने देश में अमीर गरीब की एक विशाल होती खाई को देख रहे हैं.चुनाव के समय बक़ौल नरेंद्र मोदी जी के “रेवड़ी” बांटकर गरीबों का भला नहीं होता और फिर वही रास्ता कुछ “टुकड़े” देकर मसीहा बनने की राजनीति.चंद अरबपतियों का नाम फोर्ब्स (Forbes) सूची में शामिल कराने की होड़.”
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने लिखा ,”मोदी सरकार की इन पैरवियों से अमीर गरीब की दूरी बढ़ रही है.परिवार की बचत समाप्त हो रही है.महंगाई के इस दौर में लोग उग्र हो रहे हैं.क्या इससे समाज में तनाव नहीं बढ़ रहा?अन्य धर्मों व समुदायों, समाजसेवियों एवं निर्दोष इंटेलेक्चुअल (Intellectuals), पत्रकारों के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) का रवैय्या तानाशाही की तरफ़ ले जा रहा है.मैं आख़िरी सांस तक इसका विरोध करता रहूंगा और अपनी पार्टी में रहते हुए लड़ूंगा.यही मेरी प्रतिबद्धता है.”
उन्होंने लिखा ,”मोदी जी भाजपा किसान मज़दूर की बात ज़रूर करते हैं लेकिन नीतियां बड़े उद्योगपतियों के हित में बनाते हैं.बड़े उद्योगपतियों के 12.50 लाख करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ किये लेकिन किसानों का मुद्रा योजना के हितग्राहियों का एसजीएच (SHG) में काम कर रही महिलाओं का एक रुपया भी माफ़ नहीं किया. किसानों के साथ वादा खिलाफ़ी मज़दूरों के हित के 44 क़ानून समाप्त कर 4 लेबर कोड (Labour Code) बिना मज़दूरों की सहमति के बना कर अन्याय किया है.खुरचन ग़रीब को और मलाई अमीर को,यह है मोदी जी की असली मोदी गारंटी और इस अहंकार के पीछे क्या है? ईवीएम (EVM) से चुनाव की गारंटी। समझ में आया? मोदी जी के अतिविश्वास के पीछे क्या कारण है? ईवीएम मेन्टेड (EVM Mandate) ना कि प्यूपिल्स मेंडेट (People’s Mandate).इसलिए हम कहते हैं. ईवीएम हटाओ लोकतंत्र बचाओ,ईवीएम हटाओ बैलटपेपर लाओ देश बचाओ बन गया राष्ट्रीय मुद्दा.सत्य मेव जयते.”