भारत-पाक मैच में ‘जय श्री राम’ के नारे पर भड़के उदयनिधि
Updated at : 16 Oct 2023
Udhayanidhi Stalin: डीएमके नेता और तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन एक बार फिर चर्चा में हैं. इसकी वजह शनिवार (14 अक्टूबर) को अहमदाबाद में हुआ भारत-पाकिस्तान वर्ल्ड कप मैच है. मैच के दौरान एक पाकिस्तानी खिलाड़ी के ड्रेसिंग रूम की ओर गुजरने के दौरान ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए गए, जिसकी उदयनिधि ने आलोचना की है. वहीं, बीजेपी ने इस पर जवाब देते हुए उदयनिधि को मच्छर बताया है, जो जहर घोलने के लिए निकला है.
दरअसल, सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आए हैं, जिसमें पाकिस्तानी विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान के गुजरने पर लोग नारे लगा रहे हैं. कई सारे लोगों ने कहा है कि ये नारेबाजी खेल भावना के खिलाफ है और खिलाड़ी को परेशान करने वाली है. वहीं, कुछ ऐसे भी लोग रहे हैं, जिन्होंने फील्ड पर रिजवान के नमाज पढ़ने और गाजा के लोगों के खिलाफ खड़े होने का मुद्दा उठाया. उनका कहना है कि रिजवान ने खुद ही धर्म को फील्ड पर लाने का काम किया है.
उदयनिधि स्टालिन ने क्या कहा?
तमिलनाडु मंत्री उदयनिधि ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भारत अपनी खेल भावना और मेहमान नवाजी के लिए जाना जाता है. पड़ोसी देश के खिलाड़ियों के साथ किया गया व्यवहार निम्न स्तर वाला है. उन्होंने कहा, ‘भारत अपनी खेल भावना और आतिथ्य सत्कार के लिए जाना जाता है. हालांकि, अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वो अस्वीकार्य और निम्न स्तर वाला है.’
उदयनिधि ने आगे कहा, ‘खेल को देशों को एकजुट करने वाली शक्ति होना चाहिए, उसका काम भाईचारा बढ़ावा देना होना चाहिए. इसे नफरत फैलाने के औजार के तौर पर इस्तेमाल करना निंदनीय है.’
बीजेपी ने क्या कहा?
उदयनिधि के बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार किया. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक्स पर लिखा, ‘नफरती डेंगू मलेरिया मच्छर फिर निकला है विष घोलने जब मैच रुकवा कर फील्ड पर नमाज पढ़ी जाती है तो तुम्हें सांप सूंघ जाता है. सृष्टि के हर कन कन मे हमारे प्रभु श्री राम बसते है, तो बोलो जय श्री राम.’
बता दें कि भारत को इस मैच में बड़ी आसानी से सात विकेट से जीत मिली. भारत ने पाकिस्तान को लगातार आठवीं बार वर्ल्ड कप के मुकाबले में हराया. इस मैच के लिए भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को लंबे समय से इंतजार था और उन्हें जीत के रूप में इसका फल भी मिला.