May 13, 2025

Fake CRPF Jawan: वर्दी पहनकर करता था ठगी! रेलवे पुलिस ने ऐसे दबोचा

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Fake CRPF Jawan Arrested: जबलपुर में सीआरपीएफ (CRPF) के जवान का वेश धारण कर ट्रेनों में सफर कर यात्रियों के मोबाइल और नकदी चुराने वाले एक शातिर बदमाश को जीआरपी (GRP) ने गिरफ्तार किया है. आरोपी लंबे समय से मध्यप्रदेश (MP), राजस्थान (Rajasthan) और उत्तर प्रदेश (UP) में वारदातों को अंजाम दे रहा था. पुलिस ने इसके पास से कई यात्रियों के मोबाइल और नकदी बरामद की है. आरोपी के खिलाफ मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में कई मामले दर्ज हैं और उसकी गिरफ्तारी से इन राज्यों की कई लंबित मामलों में भी सुराग मिलने की संभावना है.

कौन है ये ठग?

इस ठग का नाम अरविंद तिवारी है, जो बलिया का रहने वाला है. आरोपी ने अभी तक आधा दर्जन से अधिक ठगी की वारदात को कबूल किया है. ये आरोपी ट्रेन में चलने वाले सेना के जवानों को अपना शिकार बनाया करता था. पूछताछ के दौरान आरोपी ने लाखों रुपए की ठगी करना कबूल किया है. शातिर ठग ने अभी तक नेवी, आईटीबीपी और आर्मी के सैनिकों को अपना निशाना बनाया है.

ये रहे केस

सीआरपीएफ जवान साईं कुमार, प्रयागराज से मुंबई जा रहे थे. जबलपुर स्टेशन पर उनका मोबाइल चोरी हो गया था. इसी तरह अजीत सिंह यादव नामक यात्री का मोबाइल और 49 हजार रुपये जबलपुर स्टेशन से चोरी हुए. लगातार इसी तरह की अन्य घटनाओं की भी रिपोर्ट जीआरपी को मिली थी.

मार्च में ट्रेन में सफर के दौरान इसी तरह से सतना जिले के रामपुर बाघेलान में रहने वाली महिला के साथ भी ठगी की थी. यहां पर भी इसने ट्रेन में महिला से जवान बनकर दोस्ती की और फिर मोबाइल रिचार्ज करने को कहा, तब भी इसने महिला का पिन नंबर देख लिया, और फिर काॅल करने के बहाने मोबाइल लेकर फरार हो गया.

रेलवे पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपी का पता लगाया. आरोपी की पहचान अनिल तिवारी , जोधपुर (राजस्थान) के रूप में हुई है. जहां से उसे गिरफ्तार किया गया.

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह खुद को सीआरपीएफ जवान बताकर यात्रियों का विश्वास जीतता और फिर मौका देखकर उनका मोबाइल व नकदी पार कर देता. उसके कब्जे से जब्त एक मोबाइल की पहचान साईं कुमार ने अपने रूप में की है. वह 2015-16 से इसी तरह से ठगी करता आ रहा है, पर आज तक पकड़ा नहीं गया. बीएससी तक की पढ़ाई किया अरविंद का कहना था कि महंगे शौक के चलते इसने ठगी करना शुरू किया था.

पुलिस ने कैसे खोजा?

खोए हुए मोबाइल की लोकेशन जब पुलिस ने खंगाली तो इसकी मौजूदगी उत्तरप्रदेश के बलिया स्थित एक गांव में मिली थी, पुलिस मौके पर पहुंची पर उससे पहले यह राजस्थान जोधपुर चला गया था, जहां 8 अप्रैल को उसे गिरफ्तार करने के बाद 9 अप्रैल को जबलपुर लाया गया.

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