इंदौर: 30 साल पहले नारियल में प्रकट हुए गणेश जी, वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम
FIRST PUBLISHED : September 07, 2023
इंदौर: इंदौर के प्रसिद्ध 39 वर्षीय नारियल वाले गणेशजी के चमत्कारिक स्वयंभू एकाक्षी माने जाने वाले श्रीफल में गजमुख गणेश की आकृति का निर्माण स्वयं होने और 21 वर्षों से नारियल में जल रहने के कारण ही ट्रांसओशियाना वर्ल्ड रिकार्ड (यूएसए) में दर्ज किया गया, ऐसा अनोखा रिकॉर्ड पूरे विश्व में एकमात्र इंदौर के श्रीफल वाले गणेश जी के नाम पर दर्ज किया गया है. जिसका सर्टिफिकेट भी श्रीफल वाले गणेश जी को मिल चुका है.
बता दें की शहर के जूनी इंदौर शनि मंदिर मेन रोड पर गणपति बप्पा का एक अद्भुत, अनोखा और प्राचीन मंदिर स्थापित है, जहां गणपति बप्पा एकाक्षी श्रीफल के रूप में दर्शन देते हैं और जिनका नाम ही श्रीफल सिद्धि विनायक गणेश है.
30 वर्षों पुरानी है श्रीफल गणेश के प्रकट होने की कहानी-
पंडित महेन्द्र व्यास ने बताया कि स्वयंभू एकाक्षी श्री श्रीफल नारियल वाले गणेशजी के व्यास परिवार में 30 वर्ष पहले प्रकट हुए हैं.मंदिर की स्थापना धर्म मार्तण्ड आचार्य पं. मुरलीधर व्यास गुरुदेव ने 18 सितंबर 1985 बुधवार गणेश चतुर्थी को की थी.आचार्य व्यास को श्रीफल गणेशजी ने प्रत्यक्ष रूप से दर्शन दिए है.दिन के ठीक 12 बजे पूजा-अर्चना कर स्थापना की गई है. गणेशजी की प्रसिद्धि कुछ ही दिनों में देश ही नहीं विदेशों तक फैल गई.
विदेशी भक्तों की भी जुड़ी है आस्था-
पंडित महेन्द्र व्यास ने बताया कि अमेरिका, आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, नीदरलैण्ड, दुबई सहित कई भक्तों ने श्रीफल वाले गणेश जी का आशीर्वाद लिया हैं.मंदिर में पानी वाला नारियल, सुपारी, डंठल वाला पान, 16 रुपए राशि भेंट के रूप में देकर अर्जी लगाने वाले की गणेशजी हर मनोकामनाएं पूरी होने की मान्यता है. नारियल वाले गणेशजी का पूर्ण आकार 21 वर्षों में निर्मित हुआ है. इसमें एक-एक दिन विकास करते हुए एकदंत, मस्तक, मुकुट, नेत्र, कान, गर्दन, मुंड, मुंह ने आकार लिया, तब तक इस नारियल में जल भरा रहा, जबकि साधारण नारियल सूखकर गोला हो जाता है. अधिकतम 6 से 12 माह में नारियल का पानी सड़ जाता है. पिछले वर्ष वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए टीम मंदिर का मुआयना करने आई थी. 1 वर्ष तक तो कोई सूचना भी नहीं मिली. हम तो खुद भी यह भूल गए थे की टीम यहां आई थी. पर 1 वर्ष बाद बप्पा के नाम पर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना है. जिसका सर्टिफिकेट भी हमें मिल गया है.उन्होंने बताया कि कि 7, 14, 21 बुधवार को मंदिर में आने और अर्जी लगाने से हर बिगड़े काम बनते है. शादियों में आने वाली हर बाधा दूर हो जाती है और साथ ही उत्तम सन्तान की भी प्राप्ति होती है.