पोषक तत्वों का खजाना होती है तालाब में उगनेवाली यह जड़
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देसी सुपर फूड है कमल ककड़ी या लोटस रूट्स। इनको सब्जी, पकौड़े और स्नेक्स के रूप में खाया जाता है। खासतौर पर सर्दी के मौसम में आनेवाली कमल ककड़ी से हमारी बॉडी को बहुत अधिक फायदे होते हैं। कमल ककड़ी एक ऐसा भोजन है, जिसका उपयोग हमारी संस्कृति में सदियों से हो रहा है। वैसे भी कमल को भारतीय सभ्यता में एक पूजनीय पुष्प माना जाता है। मुख्य रूप से कमल ककड़ी सर्दियों में आती है लेकिन इसके पोषक तत्वों को देखते हुए इसे अचार, मसाले और जड़ी बूटी के रूप में स्टोर करके रखने की परंपरा भी सदियों पुरानी है। ताकि बाद में इसे भोजन और दवाई के रूप में उपयोग किया जा सके…
कमल ककड़ी में होते हैं ऐंटीऑक्सीडेंट्स
-हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कमल ककड़ी में ऐंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। इसलिए इसे अपनी डेली डायट में शामिल करने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जिससे मौसमी बीमारियों से लेकर डायबीटीज जैसी गंभीर बीमारियां भी हमसे दूर रहती हैं।
पेट साफ कर पाचन बढ़ाए
-कमल ककड़ी में फाइबर्स की मात्रा बहुत अधिक होती है। ये फाइबर्स हमारे डायजेशन सिस्टम को साफ करने और उसे स्पीडअप करने का काम करते हैं। क्योंकि इन्हें पचाना आसा होता है और इन रेशों की मदद से हमारी आंतों में जमा गंदगी को निकालना आसान होता है। जब हमारा पाचनतंत्र साफ होता है तो मेटाबॉलिज़म अपने आप ही बेहतर होने लगता है। इससे हम खुद को एनर्जेटिक फील करते हैं।
मेटाबॉलिज़म फास्ट करे
-हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कमल ककड़ी को अपनी डायट में शामिल करनेवाले लोग मोटापे का शिकार नहीं हो पाते। इसकी वजह है इनके अंदर छिपे फाइबर्स और मेटाबॉलिज़म को फास्ट करने की क्षमता। जिन लोगों का मेटाबॉलिज़म फास्ट होता है, उनमें फैट बढ़ने की संभावना ना के बराबर हो जाती है। क्योंकि पेट में जाने के बाद खाना जितनी जल्दी एनर्जी में कंफर्ट होता है, गैर जरूरी फैट इकट्ठा होने के चांस उतने ही कम होते जाते हैं।
ब्लड सर्कुलेश नॉर्मल रखे
-न्यूट्रिऐंट्स से भरपूर कमल ककड़ी में विटमिन-बी और विटमिन-सी काफी मात्रा में होते हैं। इसमें पोटैशियम और आयरन भी काफी मात्रा में होते हैं। इससे हमारी स्किन और बोन्स को हेल्दी रखने में मदद मिलती है। पोटैशियम हमारी बॉडी में सोडियम की मात्रा को रेग्युलेट कर ब्लड प्रेशर को मैनेज करने का काम करता है। इससे ब्लड सर्कुलेश नॉर्मल रहता है और व्यक्ति को हाई बीपी की समस्या नहीं होती।
स्ट्रेस लेवल मेंटेन रखने में मददगार
-कमल ककड़ी को खाने से हमें अपना स्ट्रेस लेवल मेंटेन रखने में मदद मिलती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, लोटस रूट्स में विटमिन-बी कॉम्प्लैक्स होता है जो पैरीडॉक्सीन कंपाउंड होता है और ब्रेन में न्यूरल रिसेप्टर्स से इंट्रैक्ट करता है। ये न्यूरल रिसेप्टर्स स्ट्रेस लेवल को कम करने का काम करते हैं। जिन लोगों को अक्सर सिर दर्द की समस्या रहती है या जिन्हें चिड़चिड़ाहट होती रहती है, ऐसे लोगों को कमल ककड़ी जरूर खानी चाहिए। क्योंकि इसे रेग्युलर बेसिस पर लेने से इन समस्याओं से निजात मिलती है।