September 11, 2025

Hrithik Roshan Ad Controversy: क्या महाकाल मंदिर की प्रतिष्ठा को अभिनेता रितिक रोशन ने पहुंचाई ठेस ?

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Updated at : 21 Aug 2022

MP News: सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अभिनेता रितिक रोशन (Hrithik Roshan) के एक विज्ञापन के वीडियो ने बखेड़ा खड़ा कर दिया है. दरअसल यह वीडियो ऑनलाइन फूड डिलेवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) का है, जिसमें रितिक रोशन कहते हैं कि  उन्हें भूख लग रही थी और उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) के अन्न क्षेत्र से जोमैटो के माध्यम से थाली मंगवाई है. इस वीडियो पर अब विवाद खड़ा हो गया है. मंदिर के पुजारियों ने इस पर विरोध जताते हुए रितिक रोशन और कंपनी से इस मामले में माफी मांगने को कहा है. रितिक रोशन की जिस वीडियो पर इतना बवाल हो रहा है जब उस वीडियो की आपको सच्चाई पता चलेगी तो आप चौंक जाएंगे.

असली वीडियो से की गई छेड़छाड़
दरअसल इस पूरे वीडियो की सच्चाई ये है कि जनता को गुमराह करने के लिए असली वीडियो को एडिट किया गया है. जोमैटो के असली ऐड में रितिक रोशन ने महाकाल की थाली का कहीं जिक्र ही नहीं किया है. पड़ताल में सामने आया कि जोमैटो के असली ऐड में रितिक रोशन ने कहा है कि मुझे पनीर बटर मसाला खाने का मन किया तो मैंने मंगा लिया.

कलेक्टर ने विज्ञापन को बताया भ्रामक
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मीडिया के माध्यम से उनके पास विज्ञापन पहुंचा था. यह विज्ञापन पूरी तरह भ्रामक है. महाकालेश्वर मंदिर समिति की ओर से भोजन प्रसादी की थाली किसी भी माध्यम से नहीं पहुंचाई जाती है. उन्होंने भी विज्ञापन को पूरी तरह गलत और भ्रामक बताया है.

श्रद्धालुओं को मिलती है अन्न क्षेत्र की सुविधा
महाकालेश्वर मंदिर में देशभर के करोड़ों लोगों की आस्था है. यहां पर प्रतिदिन 25000 से ज्यादा श्रद्धालु भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं. इसके अलावा महाकालेश्वर मंदिर में भोजन प्रसादी के लिए मंदिर समिति द्वारा नियमों का पालन किया जाना होता है. मंदिर समिति के माध्यम से यहां पर निशुल्क रसीद कटवाई जाती है जिसके बाद भोजन प्रसादी ग्रहण की जा सकती है.

महाकाल थाने में दर्ज होगी एफआइआर 

महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि यह विज्ञापन एडिट कर बनाया गया है. यह मुकदमा अज्ञात आरोपी के खिलाफ दर्ज कराया जाएगा. इसके बाद पुलिस उस आरोपी का पता लगाएगी जिसने वीडियो को एडिट किया है. कुल मिलाकर पूरा वीडियो फर्जी है, जिसे लेकर विवाद उत्पन्न हुआ है. महाकाल मंदिर समिति के पास असली विज्ञापन भी पहुंच गया है. स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है कि जो ऑडियो है, उसमें छेड़छाड़ की गई है.

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