कोरोना वायरस: लॉकडाउन का दिखने लगा है असर, तेजी से नहीं बढ़ रही है मरीजों की संख्या
LAST UPDATED: MARCH 26, 2020,
नई दिल्ली. भारत में तेजी से पैर पसार रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से 21 दिनों के लॉकडाउन का आज दूसरा दिन है. अभी से ही इसके फायदे नजर आने लगे है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के सूत्रों के मुताबिक सोशल डिस्टेनसिंग का फायदा दिखने लगा है और यही वजह है कि नए मरीजों की संख्या तेजी से नहीं बढ़ रही है. इसके अलवा संक्रमित लोगों की संख्या कुछ खास राज्यों से ही है. खास बात ये है कि भारत में मौत की संख्या भी दुनिया के बाकी हिस्सों के मुकाबले तेजी से नहीं बढ़ रहे हैं. इन आंकड़ों से उम्मीदें बढ़ गईं है. सूत्रों का कहना है तस्वीर 10 दिनों में और साफ हो जाएगी.
ये है असली वजह
सूत्रों का दावा है कि भारत में मरीजों की संख्या इसलिए तेजी से नहीं बढ़ रही है, क्योंकि यहां संक्रामक रोग प्रबंधन (Infectious disease management) बेहद पुख्ता है. जबकि अमेरिका और इटली में ऐसा नहीं है. ये दोनों देश लाइफस्टाइल बीमारियों से ज्यादा परेशान है. जबकि भारत का पिछले कई सालों से संक्रामक बीमारियों को खत्म करने पर जोर रहा है. जिसका फायदा मिल रहा है. हालांकि, सूत्रों ने कहा कि असली तस्वीर कम से कम 10 दिनों में साफ होगी.
WHO ने की भारत की तारीफ
बता दें कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम को 21 दिनों के ऐतिहासिक राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की. उनके इस साहसिक कदम की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने तारीफ की और कहा कि संकट की इस घड़ी में भारत ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि कोरोना के दूसरे स्टेज पर होने पर ही भारत कई उपाय कर रहा है.WHO ने ये भी कहा कि यह प्रयास बहुत ही अच्छे हैं, लेकिन इस महामारी को रोकने के लिए अतिरिक्त आवश्यक उपायों की भी जरूरत पड़ेगी, वरना ये फिर से लौट सकता है.
ताजा आंकड़ें
भारत में कुल संक्रमितों की संख्या 659 हो गई है. वहीं, अब तक इस वायरस से 15 लोगों की जान जा चुकी है. अहमदाबाद में 85 साल की बुजुर्ग महिला ने बुधवार देर रात दम तोड़ दिया. गुजरात के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, महिला कुछ दिनों पहले ही विदेश से लौटी थी और कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. 22 मार्च को उसे अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था.