विश्व की सबसे बड़ी अध्यात्मिक संस्था ब्रह्माकुमारीज के सुख शांति भवन में मध्य प्रदेश के चुनिंदा 10 पत्रकारों के सम्मान कार्यक्रम का सफल समापन
Updated on 21 Feb 2022,
Bhopal: ब्रम्हाकुमारी राजयोग संस्थान के भोपाल – नीलबड़ स्थित सुख शांति भवन में ‘पत्रकारिता से पवित्रकारिता की ओर’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकारों ने अपने अपने विचार रखे । पूर्व आईएएस अधिकारी और अक्षरा के प्रधान संपादक मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि आज के दौर में संकट पवित्रता का ही है। उन्होंने कहा कि पवित्रता जैसे शब्द हमे अपने संस्कारों से जोड़ते है ना की स्वच्छता जैसे शब्द। वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा ने आज की पत्रकारिता को मजबूरी बताते हुए कहा कि धारा के विपरीत तैरना मुश्किल होता जा रहा है । वरिष्ठ पत्रकार रमेश तिवारी ने पत्रकारिता के संस्कार कैसे समाज को पवित्र बना सकते पर अपने अनुभव साझा किए। पत्रकार अजय बोकिल ने सोशल मीडिया की खबरों से समाज को पवित्र करने की जरूरत बताई । पंकज पाठक ने सोशल मीडिया पर हो रही पत्रकारिता को देश के लिए घातक बताते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि इस पर खुले मन से मंथन हो । आज तक के क्लस्टर हेड अनुज खरे ने उनकी मिस्र देश की यात्रा के दौरान हुए अनुभव को साझा किया और कहा कि जिंदगी में जो भी आपके साथ अच्छा हो यदि आप उसको आगे बढ़ाते जाएं तो पत्रकारिता से पवित्रकारिता की ओर जाया जा सकता है ।
वरिष्ठ पत्रकार राकेश अग्निहोत्री और प्रसन्न शाह ने इस आयोजन के लिए सुख शांति भवन की संचालिका नीता बहन जी का आभार प्रकट किया।
एमपी लाइव न्यूज़ के संचालक अजय सिसोदिया ने उनके विगत 6 वर्ष के अनुभव जो ब्रम्हाकुमारी से जुड़ने के बाद हुए हैं उनको साझा किया और सभी पत्रकारों को ब्रम्हाकुमारी के वर्ल्ड हेड क्वार्टर माउंट आबू जाने के लिए प्रेरित किया। महिला पत्रकार मधुरिमा राज्यपाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे वे किसी और क्षेत्र में काम करते-करते पत्रकारिता की तरफ आ गई और किस तरह से वे ब्रम्हाकुमारी से जुड़ीं है । भोपाल के नीलबड़ स्थित आश्रम सुखशांति भवन की संचालिका नीता बहन ने भी सबका स्वागत करते हुए कहा कि राजयोग आज हर एक आत्मा की जरूरत है और यदि सभी पत्रकार साथी ब्रह्माकुमारीज का साथ दें तो वह फिर से भारत को सतयुग की ओर ले जा सकते हैं। इस शो के सफल समापन में बीके राम भाई और शो के संचालक बीके डॉक्टर दिलीप भाई का भी प्रमुख योगदान रहा।
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