भोपाल में यहां देखें चंद्रग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग, टेलीस्कोप से दिखाया जाएगा पूरा कार्यक्रम

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विनय अग्निहोत्री/भोपाल. 29 अक्टूबर की रात 1 बजकर 5 मिनट्स चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है जोकि 29 अक्टूबर रात 2 : 22 मिनट तक रहेगा. राजधानी भोपाल के रिजिनल साइंस सेंटर में  टेलिस्कोप के माध्यम से लोगों को चंद्र ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग दिखाई जाएगी, और इससे विज्ञान के जुड़े पहलुओं के बारे में भी बताया जाएगा.

रीजनल साइंस सेंटर के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर साकेत सिंह कौरव ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि, हमारे इस साइंस सेंटर में 28 अक्टूबर की रात 11 बजे शहरवासियों को चंद्र ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग दिखाई जाएगी और एस्ट्रोनॉमी साइंस के बारे में विस्तार से समझाया जाएगा. इसके लिए आपको रिजिनल साइंस सेंटर भोपाल की वेबसाइट में विजिट करके रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है बिना रजिस्ट्रेशन किए आप एंट्री नहीं कर पाएंगे.

उम्ब्रा में एक घंटा 19 मिनट रहने के बाद चांद बाहर आएगा
उन्होंने बताया कि, चंद्रमा और सूर्य के बीच जब पृथ्वी आ जाती है, तो ग्रहण लगता है. जब पृथ्वी की छाया चांद पर पड़ती है, तो चांद हमें लाल रंग का नजर आता है. पृथ्वी की दो तरह की छाया, पहली पेनुम्ब्रा और दूसरी उम्ब्रा पड़ती है. बाहरी या हल्की छाया पेनुम्ब्रा होती है, जिसे उपच्छाया चरण कहते हैं. 28 अक्तूबर की रात साढ़े 11 बजे के बाद चंद्रमा इसमें प्रवेश करेगा. इसके बाद 29 अक्तूबर को रात को एक बजकर पांच मिनट पर चांद उम्ब्रा में प्रवेश करेगा. पृथ्वी की गहरी परछाई उम्ब्रा होती है. उम्ब्रा में चांद एक घंटा 19 मिनट रहने के बाद 2:22 बजे के बाद इससे बाहर आ जाएगा.

भारत के इन शहरों में होगा असर
भारत में आधी रात के बाद जब चांद उम्ब्रा में प्रवेश करेगा तो हमें यह साफ नजर आएगा. भारत में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, सूरत, जयपुर, कानपुर, लखनऊ, नागपुर, कोयंबटूर, नासिक, रायपुर, भोपाल, जोधपुर, प्रयागराज, देहरादून और पटना समेत भारत के दूसरे इलाकों में नजर आएगा.

क्यों लगता है चंद्र ग्रहण ?
विज्ञान के अनुसार जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्र एक सीधी लाइन में आ जाते हैं और चंद्र पर पृथ्वी की छाया पड़ने लगती है तो चंद्र ग्रहण होता है. आमतौर पर चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन ही लगता है. वहीं धार्मिका मान्यता के अनुसार जब राहु चंद्र को ग्रसता है तो ग्रहण लगता है. हिंदू धर्म में ग्रहण को बहुत अशुभ माना गया है. 28 अक्टूबर 2023 को शरद पूर्णिमा पर फिर चंद्र ग्रहण लगने वाला है. ये साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा जो खंडग्रास रूप में भारत में भी दिखाई देगा. शास्त्रों के अनुसार जहां चंद्र ग्रहण दार्शनीय होता है वहां सूतक काल भी मान्य होता है.

 

 

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