MP Politics: सरकार ने उठाए मदरसों की नीयत पर सवाल

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Updated at : 20 Dec 2022

मध्य प्रदेश में मदरसों में पढ़ाई और उसके पाठ्यक्रम को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है.प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा Home Minister Narottam Mishra) ने मदरसों के पाठ्यक्रम की जांच करवाने की बात कही थी. इसके बाद अब कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद (Congress MLA Arif Masood) ने कहा है कि सरकार को सरस्वती शिशु मंदिर के पाठ्यक्रम की भी जांच करवानी चाहिए. सरस्वती शिशु मंदिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की (RSS) विचारधारा वाले विद्यालय हैं. इनका संचालन आरएसएस से जुड़ा विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान करता है.

कांग्रेस विधायक की मांग क्या है

भोपाल सेंट्रल से विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरिफ मसूद ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर में संघ के लोगों को तैयार किया जाता है. संघ की विचाराधारा को पढ़ाया जाता है. इसलिए सिर्फ मदरसों को टारगेट न किया जाए. बल्कि सरस्वती शिशु मंदिर की भी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मदरसों में क्या हालात हैं जांच में कम से कम यहां से पता चलेगा.उन्होंने कहा कि तीन साल से मदरसों को फंड नहीं मिला है.

नरोत्तम मिश्र ने क्या कहा था

वहीं,इसको लेकर सवाल पूछे जाने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हमने जांच में किताब का जिक्र किया है. यदि कोई किताब में शाब्दिक त्रुटि है तो उसको ठीक होना चाहिए.नरोत्तम मिश्रा ने रविवार को कहा था कि प्रदेश के मदरसों के पाठ्यक्रम की जांच पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा था कि इसके लिए कलेक्टर को कहा जाएगा. गृहमंत्री ने कहा था कि प्रदेश के कुछ मदरसों में बच्चों को आपत्तिजनक कंटेट पढ़ाने से संबंधित विषय संज्ञान में आया है.किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए मदरसों के पठन सामग्री की स्क्रूटनी करवाने पर विचार किया जा रहा है.

इससे पहले संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने भी मदरसों में पढ़ाई को लेकर सवाल उठाए थे. उन्होंने कुछ मदरसों में मानव तस्करी का भी आरोप लगाया था. ऊषा ठाकुर ने कहा था कि मदरसों की जांच होना जरूरी है.जिन मदरसों को अनुमति नहीं दी गई है उन पर नियंत्रण होना चाहिए.मसूद के सरस्वती शिशु मंदिर की जांच करवाने की मांग पर ठाकुर ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर की भी जांच करा लें.हमारे यहां सनातन के संस्कार हैं.

बाल संरक्षण अधिकार आयोग ने भी यही कहा था
बीते दिनों बाल संरक्षण अधिकार आयोग ने दतिया में हिंदू बच्चों को आपत्तिजनक सामग्री पढ़ाने के मामले में जिला कलेक्टर और एसपी से रिपोर्ट मांगी थी. तब यह मामला सामने आया कि मदरसों में हिंदू बच्चों को विवादित विषयों की किताबें पढ़ाई जा रही हैं और यही वजह रही कि प्रदेश सरकार ने अब पूरे मामले की जांच की जरूरत बतायी है.

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