मध्य प्रदेश के इस मंदिर में धन रखने से कई गुना हो जाती है वृद्धि, दीपावली पर उमड़ती है भीड़

प्रदेश, मध्य प्रदेश, मुख्य समाचार
Updated: Nov 5, 2020,
रतलाम: रतलाम के प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर में पांच दिवसीय दीपोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. धनतेरस से 5 दिनों तक मंदिर को कुबेर के खजाने की तरह सजाया जा रहा है. धनतेरस से भाईदूज तक इस मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ती है, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण के चलते पांच दिनों तक भक्तों को मंदिर के भीतर जाने की अनुमति नहीं रहेगी. मंदिर की आरती से लेकर तमाम गतिविधियां फेसबुक लाइव पर प्रसारित की जाएंगी. इसके लिए प्रशासन ने व्यवस्था बना ली है.  इन पांच दिनों तक कलेक्टर और एसपी मंदिर का समय-समय पर जायजा लेंगे. कोरोना के चलते लोगों को बाहर से ही दर्शन करने होंगे. इस मंदिर को देखने दूसरे जिलों से भी लोग आते हैं.
मंदिर से जुड़ी मान्यता
रतलाम के प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर से जुड़ी एक मान्यता है कि यहां धनतेरस से भाईदूज  तक अपना धन रखने से उसमें की गुना वृद्धि होती है. इसलिए धनतेरस से 5 दिनों तक कई श्रद्धालु अपना धन व ज्वेलरी  महालक्ष्मी मंदिर में रखने लाते हैं. ऐसे में मंदिर में इतनी नकदी व ज्वेलरी  इकठ्ठा हो जाती है कि 5 दिनों के लिए मंदिर कुबेर के खजाने में तब्दील सा हो जाता है. इन 5 दिनों में इस खजाने को देखने के लिए न सिर्फ शहर बल्कि अन्य जिलों से भी लोग आते हैं.
‘तीसरी आंख’ और पुलिस रखती है पैनी नजर
मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा लाया जाने वाले धन उन्हें पांच दिन बाद वापस लौटा दिया जाता है. लोगों द्वारा जमा किए गए कैश की एंट्री होती है और टोकन भी दिया जाता  है. 5 दिन बाद श्रद्धालु टोकन देकर अपना कैश और ज्वेलरी वापस प्राप्त कर लेते हैं. इस कैश व ज्वेलरी की सुरक्षा के लिए प्रशानिक व्यवस्था की जाती है. वहीं मंदिर की विशेष सुरक्षा व्यवस्था केलिए सीसीटीवी कैमरे लगाये जाते हैं. इसके अलावा पुलिस व्यवस्था भी मंदिर के चारों तरफ रहती है.

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