March 24, 2025

राम मंदिर भूमि पूजन के बाद PM मोदी 500 साल में भारत के सबसे बड़े नेता बन गए हैं : शिवराज

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Updated: Aug 05, 2020,

भोपाल: अयोध्या (Ayodhya)में राम मंदिर भूमि पूजन (Ram Mandir Bhumi Pujan) एवं शिलान्यास होने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Shauhan) ने बुधवार (5 अगस्त) को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 500 साल के भारत के सबसे बड़े नेता बन गए हैं. चौहान ने इस संबंध में ट्वीट करने के साथ ही यहां चिरायु अस्पताल में कोरोना योद्धाओं से कहा, ”आज मेरे एवं करोड़ों देशवासियों के लिए प्रसन्नता का विषय है. आज अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्म भूमि पर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के कर कमलों से राम मंदिर निर्माण की आधारशिला (Foundation Stone) रखी गई है. मोदी जी ने दृढ़ इच्छाशक्ति और संकल्पशक्ति का परिचय दिया है. सारा देश उनका अभिनंदन करता है.”

उन्होंने कहा, ”राम मंदिर बनाने का हमारा सपना साकार हो रहा है. संकल्प पूरा हो रहा है.” चौहान ने कहा, ‘देश में कई बड़े नेता हुए जिन्होंने देश का प्रभावी नेतृत्व किया. देश ने एक दशक के नेता देखे और एक शताब्दी के नेता भी देखे, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच शताब्दियों (500 साल) के सबसे बड़े नेता बने हैं. जय श्रीराम’.’

उन्होंने कहा, ”भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कुशल नेतृत्व से न केवल 500 वर्षों का (अयोध्या राम जन्म भूमि) विवाद समाप्त किया, बल्कि भगवान श्रीराम लला के भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त किया. यह उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति एवं श्रीराम की कृपा से ही संभव हुआ.”

चौहान ने कहा, ”वह (मोदी) 500 साल के भारत के सबसे बड़े नेता हैं आज.” उन्होंने कहा कि यह मोदी की इच्छाशक्ति के कारण ही संभव हो सका कि सरकार ने उच्चतम न्यायालय में राम जन्म भूमि मामले में मजबूती से पक्ष रखा. चौहान ने कहा, ”चाहे अनुच्छेद 370 हो या अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण हो, यह पीएम मोदी की संकल्प शक्ति के साथ पूरा हो रहा है. मैं उनका अभिनंदन करता हूं.”

उन्होंने कहा, ”हम सौभाग्यशाली हैं कि हम अपनी आंखों से इस पल के साक्षी बने. मोदी के चमत्कारिक नेतृत्व का परिणाम है कि सारा जगत इस अद्भुत क्षण का साक्षी बन रहा है. पूर्व की सरकारों के समय देशभर में मंदिर निर्माण के मामले में तनाव होता था और कर्फ्यू लग जाता था.”

चौहान ने कहा, ”आज न कहीं तनाव है और न कहीं कर्फ्यू लगा है. संपूर्ण देश भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के इस ऐतिहासिक क्षण में फूले नहीं समा रहा है, आनंदित और प्रसन्न है.” उन्होंने कहा कि आज देश एकजुट हुआ है और जन-जन के आराध्य भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण का क्षण आया. चौहान ने कहा, ”मैं आज गदगद हूं और भावुक भी हूं. प्रभु श्रीराम के मंदिर के भूमि पूजन के बाद एक नया युग प्रारंभ होने जा रहा है. आप सभी को मेरी अनंत शुभकामनाएं.”

सभी सनातन धर्मावलंबियों और देश और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा, ”राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत, जो विशेष रूप से इस अवसर पर उपस्थित रहे, मैं उन्हें प्रणाम करता हूं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राष्ट्र निर्माण के पवित्र कार्य को जिस प्रकार किया है, उसी की प्रेरणा से विश्व हिंदू परिषद जैसी संस्थाएं बनीं.”

जब उनसे सवाल किया गया कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह सहित कुछ लोग राम मंदिर के मुहूर्त को अशुभ बताकर इस कार्यक्रम का विरोध भी कर रहे हैं, तो चौहान ने कहा, ”जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी. अब जिनका नाम (दिग्विजय) आपने लिया, उनको केवल दोष निकालने में मजा आता है. लेकिन आज मैं कोई दोष की बात नहीं करना चाहता. भगवान राम के मंदिर के निर्माण का शुभारंभ हो रहा है तो वो भी इस आनंद में भाग लें.”

पिछले 11 दिन से कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज करा रहे मुख्यमंत्री चौहान बुधवार (5 अगस्त)  सुबह भोपाल के चिरायु मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर आ गए. वह 25 जुलाई को इस अस्पताल में भर्ती हुए थे. ठीक होने के बाद अपने घर के लिए रवाना होने से पहले चौहान ने अस्पताल के कोरोना योद्धाओं को धन्यवाद भी दिया.

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