क्राइम के खिलाफ MP के ये 5 जिले अव्वल

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Last Updated: Nov 06, 2022,

MP News: भोपाल। गंभीर अपराध और दोषियों पर कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सख्त हैं. सीएम ने कार्रवाई का प्रजेंटेशन देखा और इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए की अपराधियों से जरा भी सिंपैथी न रखी जाए. दोषि सिद्द होते ही उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि चिन्हित अपराधों की श्रेणी में शामिल अपराध में कमी लाने के साथ ही इन अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधियों को कठोरतम दंड मिले ये सुनिश्चित करें.

सीएम ने देखी प्रजेंटेशन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चिन्हित अपराध योजना के संबंध में सीएम हॉउस में गृह विभाग का प्रेजेंटेशन देखा. बैठक में चिन्हित अपराध योजना के अब तक के परिणाम, वर्तमान स्थिति, महत्वपूर्ण उपलब्धियों, विभिन्न जिलों की स्थिति और भविष्य की कार्य-योजना के संबंध में प्रेजेंटेशन देखी.

इन्हें दिया गया है चिन्हित अपराध का दर्जा
हत्या के वीभत्स प्रकरण, सामूहिक हत्याकांड, हत्या के साथ डकैती, सामूहिक बलात्कार, आतंकवादी कृत्य, अपहरण के साथ हत्या, पुरातत्व महत्व की और धार्मिक मूर्तियों की चोरी, जिनसे जन-सामान्य की भावनाएं जुड़ी हैं, बारह वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं के साथ बलात्कार आदि की घटनाओं को चिन्हित अपराधों की श्रेणी में शामिल कर कठोरतम दंड देने की व्यवस्था की गई है.

समितियां करती हैं मासिक समीक्षा
प्रेजेंटेशन में बताया गया कि चिन्हित अपराधों की समीक्षा के लिए जिला, संभाग और राज्य स्तर पर समितियों का गठन किया गया है. प्रत्येक माह समय-समय पर समीक्षा की जाती है. जिला स्तर पर कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षक, जिला अभियोजन अधिकारी/शासकीय अधिवक्ता, संभाग स्तर पर संभाग आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक और राज्य स्तर पर अपर मुख्य सचिव, गृह की अध्यक्षता में पुलिस महानिदेशक/अति. पुलिस महानिदेशक-अपराध अंवेषण और विवेचना एवं प्रमुख सचिव, अपर मुख्य सचिव/ विधि एवं विधायी कार्य विभाग और संचालक लोक अभियोजन की सदस्यता वाली समिति की बैठक की जाती है.

अव्वल पांच जिले
प्रेजेंटेशन के माध्यम से चिन्हित प्रकरणों और दोष सिद्ध प्रकरणों से भी अवगत कराया गया. बैठक में प्रेजेंटेशन से मुख्यमंत्री को वर्ष 2008 से वर्ष 2022 (30 सितंबर) तक प्रदेश में चिन्हित अपराधों के मामले में बेहतर प्रदर्शन करने वाले और सुधार की आवश्यकता वाले जिलों की स्थिति के बारे में भी अवगत कराया गया.

बताया गया कि वर्ष 2020-22 में महिला संबंधित चिन्हित अपराधों में 2 मृत्यु दंड, 187 आजीवन कारावास, 137 अन्य कठोर कारावास से अपराधी दंडित किए गए है. चिन्हित पर कार्रवाई की दृष्टि से खरगोन, बालाघाट, खण्डवा, मण्डला और झाबुआ जिले अच्छे प्रदर्शन की श्रेणी में शामिल हैं.

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