यूपी की तर्ज पर एमपी में चुनाव की तैयारी : वॉर रूम से लड़ी जाएगी लड़ाई

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इंदौर. एमपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर हो रही है. यहां भी डिजिटल वॉर रूम बनाया जा रहा है. इन वॉर रूम में योजनाओ की सूचना सहित विरोधियों को घेरने के लिए चुटकियों में तैयारी हो जाती है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों वॉर रूम बना रही हैं. दोनों दलों ने अपनी बड़ी फौज खड़ी कर ली है.

आगामी चुनाव के लिए दोनों ही राजनीतिक दल अभी से दम भर रहे हैं. लेकिन इस बार ताज्जुब की बात यह है कि न सिर्फ मैदानी बल्कि डिजिटल टीम के जरिए चुनाव की तैयारी की जा रही है. इसमें भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अखाड़ा लड़ाती नजर आ रही हैं. भाजपा ने अभी से काम करना शुरू कर दिया है. खास बात यह है कि युवा मोर्चा में सक्रिय रहे युवाओं का खासा चयन किया गया है ताकि वह सोशल मीडिया को आसानी से समझ सकें और बेहतर परिणाम ला सकें. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर दिनभर होने वाली प्रतिक्रिया का रोज एनालिसिस भी पदाधिकारी कर रहे हैं.

व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, टि्वटर प्रभारी
भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारी में है. सोशल मीडिया विभाग ने साइबर योद्धाओं की विशाल फौज खड़ी कर काम का बंटवारा भी कर दिया. इंदौर संभाग के सभी 9 जिले, 37  विधानसभा, 186 मंडल और 10 हजार से अधिक बूथ तक अपनी विशाल टीम खड़ी कर उन्हें काम पर लगा दिया गया है. हर जिले में जिला संयोजक, जिला सह संयोजक, व्हाट्सएप प्रभारी, फेसबुक प्रभारी, इंस्टाग्राम प्रभारी, टि्वटर प्रभारी तक बना दिए गए हैं. ऐसा पहली बार हो रहा है जब सोशल मीडिया के लिए अलग अलग प्रभारी नियुक्त किये गए हैं.

यूपी का प्रयोग एमपी में
हाल ही में उत्तर प्रदेश में हुए चुनाव में भाजपा इसका प्रयोग कर चुकी है. प्रयोग सफल होने पर भाजपा इसे मध्यप्रदेश में अपना रही है. साथ ही सभी विधानसभा क्षेत्रों में विधानसभा प्रभारी और 186 मंडलों में मंडल संयोजक और सह संयोजक बना दिए गए हैं. इन्हें बूथ लेवल की टीम खड़ी कर उनसे सहयोग लेने के लिए कहा गया है. इसमें हर बूथ से 2 लोगों को साइबर योद्धा के रूप में तैयार किया जाएगा. जो केंद्र सरकार, राज्य सरकार और भारतीय जनता पार्टी संगठन की बातें नीचे बूथ लेवल तक पहुंचाएंगे. देश के इतिहास में यह पहला मौका है जहां साइबर योद्धाओं की इतनी बड़ी फौज तैयार होने जा रही है. साथ ही हर विधानसभा के सभी प्लेटफार्म पर आईडी एवं हर जिले के सभी प्लेटफार्म पर आईडी बनकर तैयार हैं. उन पर काम किया जा रहा है.

विरोधियों की घेराबंदी का बेहतर विकल्प
बीते दिनों में देखा गया है कि विभिन्न राज्यों में चुनाव के दौरान प्रचार हो या फिर विरोधियों की घेराबंदी, सभी में सोशल मीडिया टीम ने काफी सक्रियता दिखाई. उत्तर प्रदेश चुनाव में इसका बेहतर परिणाम भी देखा गया है. इसी का नतीजा है कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर टीम को मध्य प्रदेश में काम करने के निर्देश दिए गए हैं. खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश में काम कर चुकी टीम को मध्य प्रदेश में अभी से काम पर लगाया गया है. इंदौर संभाग के सहप्रभारी अंकित परमार को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है.

सोशल वॉर रूम का केंद्र इंदौर
अंकित परमार के मुताबिक़ उन्होंने पूरे संभाग में टीम तैनात कर दी है, जो साइबर योद्धा के तौर पर काम करेगी. वो विधानसभा में  आम जन तक सरकार की जनहितैषी योजनाओं का प्रचार करेगी. सुबह दिए गए टास्क का रोज शाम को एनालिसिस भी किया जाता है. ये सारा काम सोशल मीडिया वॉर रूम से ही किया जा रहा है. इसका केंद्र इंदौर रहेगा.

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