MP Exit Polls Analysis: केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को टिकट, शिवराज की महत्वाकांक्षी योजना, BJP की बढ़त की असल वजह

प्रदेश, मध्य प्रदेश, मुख्य समाचार

01 December 2023,

MP Exit Polls 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नतीजों से पहले एग्जिट पोल का अनुमान सामने आ चुका है. एग्जिट पोल को कई एजेंसियों ने जारी किया है. इसमें 8 एजेंसियों की बात करें तो 4 एजेंसियों ने बीजेपी को पूर्ण बहुमत दिया है. वहीं बाकी 4 एजेंसियों के एग्जिट पोल की बात करें तो, इसमें बीजेपी और कांग्रेस के बीच टक्कर होते दिख रही है. बीजेपी को बहुमत देने वाली एजेंसियों में इंडिया टूडे-एक्सिस माई इंडिया, इंडिया टीवी-सीएनएक्स, रिपब्लिक टीवी- मैट्रिज़ और न्यूज 24 टूडेज चाणक्या शामिल हैं.

वहीं, एबीपी सी वोटर्स, दैनिक भास्कर, जनता की बात, टाइम्स नाउ इटीजी और टीवी9 भारतवर्ष पोलस्टार्ट ने बीजेपी और कांग्रेस के बीच काटें की टक्कर का अनुमान लगाया है. ऐसे में कांग्रेस का पलड़ा ज्यादा भारी नहीं दिख रहा. अब माना जा रहा है कि, बीजेपी मध्य प्रदेश में आगे निकल सकती है. ऐसा अगर होता है तो इसकी असल वजह क्या हो सकती है चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं.

केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को बीजेपी ने उतारा मैदान में

बीजेपी ने इस बार एक विशेष रणनीति के तहत केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव मैदान में उतारा था. बीजेपी का सबसे बड़ा तुरुप का इक्का नरेंद्र सिंह तोमर हैं. नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया. इसके बाद अटकलें ये भी तेज हो गई कि, वह अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं. ऐसे में जिन बीजेपी समर्थकों को शिवराज सिंह से नाराजगी थी. उनकी नाराजगी शायद इस बात से दूर हो गई कि, बीजेपी आलाकमान चेहरा बदल सकती है. क्योंकि शिवराज सिंह को इस बार सीएम पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया.

नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा प्रहलाद सिंह पटेल, कैलाश विजयवर्गीय जैसे बड़े चेहरे है जो विधानसभा चुनाव में उतारे गए. इनके अलावा चार लोकसभा सांसद – पूर्व राज्य भाजपा प्रमुख राकेश सिंह, गणेश सिंह, रीति पाठक और उदय प्रताप सिंह को भी मैदान में उतारा गया.

शिवराज सरकार की लाडली बहना योजना से लेकर लाडली लक्ष्मी योजना का असर

शिवराज सिंह चौहान की सबसे बड़ी महत्वाकांक्षी योजना लाडली बहना योजना विधानसभा चुनाव में काफी सफल साबित होते दिख रही है. इसमें जहां महिलाओं को 1000 रुपये दिये जाने का काम किया गया. वहीं, महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण और आर्थिक स्वावलम्बन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया. वहीं, बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में लाडली बहना योजना के लाभार्थियों के लिए घर और हर एक परिवार के कम से कम एक सदस्य को नौकरी या स्वरोजगार के अवसर का भी वादा किया गया है. बीजेपी का ये दांव काफी फायदेमंद साबित होते दिख रहा है.

यही नहीं, सत्ताधारी सरकार ने प्रदेश में छह नए एक्सप्रेसवे और आदिवासी समुदायों के सशक्तिकरण के लिए 3 लाख करोड़ रुपये के बजट का भी वादा किया गया.

इसके अलावे सरकार द्वारा चलायी जा रही समाजिक सुरक्षा निःशक्त पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कल्याणी पेंशन सहायता योजना, मुख्यमंत्री अविवाहित पेंशन योजना और लाडली लक्ष्मी योजना काफी चर्चाओं में रही. आपको बता दें लाडली लक्ष्मी योजना द्वारा सरकार एक लड़की के जन्म पर 6 हजार रुपये मूल्य का राष्ट्रीय बचत पत्र खरीदे जाते हैं. छठी कक्षा पहुंचने पर 2 हजार और नवीं कक्षा में 4 हजार इसके अलावा ग्यारवीं कक्षा में 7,500 रुपये दिये जाते हैं.  ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान उसे हर महीने 200 रुपये दिए जाते हैं. वहीं, 21 वर्ष की आयु के बाद शादी करने पर 1 लाख रुपये की राशि दी जाती है. ये योजना ने महिलाओं को काफी आकर्षित किया है.

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