MP का सबसे पुराना रोड बंद!

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खरगोन. निमाड़-मालवा को जोड़ने वाला मध्य प्रदेश का सबसे पुराना मार्ग इन दिनों बंद है. इसका सीधा असर अब लोगों की जेब पर पड़ने लगा है. मार्ग बंद होने से लोगों को इंदौर से खरगोन और खरगोन से इंदौर आवागम के लिए अन्य रास्तों का सहारा लेना पड़ रहा है. इससे समय और रुपए दोनों का नुकसान लोगों को उठाना पड़ रहा है.

दरअसल, हम बात कर रहे है प्रदेश के महू-मंडलेश्वर स्टेट हाइवे की. यह मार्ग मध्य प्रदेश ही नहीं देश के सबसे पुराने मार्गों में से एक है. वर्तमान में चित्तौड़गढ़ भुसावल राजमार्ग कहलाता है. कुछ दिन पहले मार्ग के बीच जाम गेट के पास पहाड़ गिरने से आवागमन बंद कर दिया है, लेकिन 7 दिन बाद भी मार्ग पर शुरू नहीं हो पाया. बीते सोमवार 2 मार्च को ऐतिहासिक जाम दरवाजे के पास मंडलेश्वर की ओर घाट सेक्शन में दो बड़े पहाड़ टूटकर रोड पर गिर गए. गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई. घटना के तुरंत बाद रोड को आवागम के लिए बंद कर दिया. मध्य प्रदेश रोड़ डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (MPRDC) मलबे को हटाने में जुट गया. एक दिन बाद रोड पुनः चालू होना था.

आखिर कब होगा मार्ग चालू
जिस जगह पहाड़ गिरा है. वहां बचा हुआ पहाड़ गिरने की संभावनाओं को देखते हुए मशीनों से पहाड़ गिराने का प्रयास किया जा रहा है. परंतु इतने दिनों बाद भी पहाड़ गिराने में सफलता नहीं मिली. नतीजा इस रोड से अभी भी लोगों के गुजरने पर रोक लगी हुई है. मार्ग चालू नहीं होने से खरगोन से इंदौर जाने वाले लोगो को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, एमपीआरडीसी के ब्रबंधक राकेश जैन ने कहा कि दो दिन में मार्ग यातायात के लिए शुरू कर देंगे.

यहां रहता है जान का खतरा
स्थानीय रहवासी दिनेश पाटीदार, गौरव ठाकुर, गणेश कश्यप ने बताया कि रोड बंद होने से लोगों को 25 km की अतिरिक्त दूरी तय करके धामनोद से मानपुर होते हुए इंदौर जाना पड़ रहा है. जिससे एक घंटे देरी से इंदौर पहुंच पा रहे हैं. पेट्रोल भी अधिक लग रहा है. साथ ही मानपुर घाट पर आए दिन दुर्घटनाएं होने से जान का खतरा भी रहता है.

दुकानदारों की बड़ी चिंता
जाम गेट पर दुकानें लगाने वाले फुटकर व्यापारियों ने बताया कि यहां रोजाना सैकड़ों लोग घूमने आते है. एक सप्ताह हो गया रोड बंद होने से बिक्री नहीं हो रही है. साथ ही कुछ सामान खरीदना हो तो महुं जाना पड़ रहा है, जबकि पहले मंडलेश्वर से खरीददारी कर लेते थे.

आते हैं सैकड़ों पर्यटक
बता दें कि विध्यांचल पर्वत की चोटी के बीच से ये मार्ग गुजरता है. पर्वत के शिखर पर जाम गेट बना है. यहां छुट्टियों के दिनों में सैकड़ों पर्यटक निमाड़-मालवा की खूबसूरत वादियों को निहारने आते हैं. जाम गेट के ऊपर विंध्यवासिनी माता पार्वती का मंदिर है. माता के दर्शन के लिए भी बड़ी संख्या में भक्त आते हैं.

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