CM गहलोत बोले- बीजेपी MP वाला खेल राजस्थान में खेलने वाली थी

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LAST UPDATED: JUNE 11, 2020,

जयपुर:राज्यसभा चुनाव की तीन सीटों पर चुनाव से नौ दिन पहले बुधवार से राजस्थान में कांग्रेस विधायकों की बाड़बंदी जारी है। निर्दलीय विधायकों समेत करीब 110 विधायकों को जयपुर के दिल्ली रोड स्थित एक रिसॉर्ट में ठहराया गया है। गुरुवार सुबह जयपुर-दिल्ली हाईवे पर जिस रिसॉर्ट में विधायकों की बाड़ाबंदी की गई है वहां पार्टी के आला पदाधिकारियों का आना जारी हैं। कांग्रेस के पर्यवेक्षक और चुनाव प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला भी वहां मौजूद हैं। सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे अब यहां विधायकों की बैठक लेने वाले हैं। राज्यसभा प्रत्याशी केसी वेणुगोपाल राव, नीरज डांगी की मौजूदगी में चुनाव में वोटिंग को लेक आगे की रणनीति पर विस्तार से चर्चा होनी है।

सीएम गहलोत ने कहा, ‘कैश बड़े रूप में जयपुर में पहुंच चुका है. इस तरह की सूचना थी कि ये मध्य प्रदेश वाला खेल यहां खेलेंगे. एमपी में जो कांग्रेस विधायक बीजेपी में गए वे क्षेत्र में नहीं घुस पा रहे हैं. लोग कहते हैं तुम तो 25 करोड़ में बिके हुए लोग हो. किस मुंह से वापस आए हो. बीजेपी वाले अब उन्हें टिकट नहीं दे रहे, क्योंकि बीजेपी कैडर विरोध कर रहा है. वहां इसीलिए कैबिनेट नहीं बन पा रही है.’ उन्होंने कहा कि वही खेल यहां खेला जाने वाला था, लेकिन हमारे विधायक समझदार हैं. उन्हें खूब लालच लोभ देने की कोशिश की गई, लेकिन वे एकजुट हैं.

छह बसपा और निर्दलीय साथ आए
सीएम ने कहा कि मुझे गर्व इस बात का है कि छह बसपा विधायक साथ आए हैं. 13 निर्दलीय विधायक भी आए हैं. राजस्थान पहला राज्य है जहां एक रुपए का सौदा नहीं हुआ. कोई पद का लालच नहीं दिया गया. यह सब राजस्थान की धरती पर होता है. मुझे इस बात का गर्व है कि उस धरती का मुख्यमंत्री हूं जहां के लाल बिना सौदेबाजी के सरकार के स्थायीत्व के लिए साथ देते हैं. साथ ही गहलोत ने कहा कि दो माह पहले  राज्यसभा चुनाव हो जाते, लेकिन गुजरात और राजस्थान मेंं खरीद फारोख्त पूरी नहीं हो पाई थी. इसलिए चुनाव आगे खिसकवाया. आपने लोकतंत्र की धज्जियां उड़वा दी. चुनाव आयोग पर दबाव  बनाकर चुनाव स्थगित करवा दिए. आज आप देख लीजिए वही कोरोना चल रहा है. क्या तुक था उस समय चुनाव स्थगित करवाने का.

सब विधायक एकजुट होकर गए हैं 

सीएम अशोक गहलोत ने कहा, सबकी इच्छा थी कि आपस में बैठा जाए. आज सब बैठे और अच्छी चर्चा हुई. सब एकजुट होकर गए हैं. हमने कहा है आप जाइए. गुरुवार को वापस बुलाया है, फिर बैठेंगे. केसी वेणुगोपाल और अविनाश पांडे भी आ रहे हैं. सीएम गहलोत ने कहा,  इस बार किसी भी पार्टी का विधायक हो उसने जनता की सेवा में कसर नहीं रखी. किसी को भूखा नहीं सोने देना है कि मेरी भावना को आत्मसात किया. दो माह में इसीलिए सब ठीक रहा. अब गरीबों को गेहूं बांटने की कोशिश कर रहे हैं. हमारे सामने चैलेंज है. जीवन बचाने का चैलेंज है. आवागमन को आज हमने रेग्यूलेट किया है. एक तरफ जीवन बचाना है दूसरी तरफ आजीविका बचानी है. दोनों काम साथ साथ करने हैं

केंद्र सरकार विपक्ष के सुझावों को अन्यथा नहीं लें
सीएम ने कहा, केंद्र सरकार विपक्ष के सुझावों को अन्यथा नहीं लें. कमियां निकालने का हमारा फर्ज बनता है. हम आलोचना नहीं करते बल्कि सुझाव देते हैं. वे इसे आलोचना मानते हैं. जनता हमसे उम्मीद करती है कि हम विपक्ष की भूमिका निभाएं. सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाया

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