घटेगी EMI, सभी लोन होंगे सस्ते, लॉकडाउन के बीच RBI गवर्नर ने कही ये राहत देने वाली बातें

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लॉकडाउन के बीच पूरी दुनिया में अर्थव्यवस्था को लेकर उथल पुथल मची हुई है. देश में क्या तैयारी है इसे लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikant Das) ने प्रेस कान्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने ये प्रमुख बातें कहीं:

* शक्तिकांत दास ने कहा है कि उनका ध्यान आर्थिक स्थिरता पर है. दुनिया के कई देश कोरोना वायरस (CoronaVirus) से लड़ रहे हैं, देश में लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियां ठप हैं इसलिए RBI का ध्यान लोगों को राहत देने में है.

* कोरोना वायरस की वजह से दुनिया भर की आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं. इसका असर कितना होगा ये अभी नहीं कहा जा सकता, लेकिन कच्चे तेल की कीमतें घटने से कुछ राहत मिलेगी.

* रेपो रेट में 75 आधार अंकों की कटौती हुई है. मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) के 6 में से 4 सदस्यों ने रेट कट के पक्ष में वोट किया.

* RBI गवर्नर ने कहा कि COVID-19 की वजह से अर्थव्यवस्था को होने वाले खतरे के मद्देनजर MPC ने समय से पहले समीक्षा बैठक की है. ये बैठक 24 से 27 मार्च तक चली.

* रेपो रेट 5.15 फीसदी से घटकर 4.45 फीसदी हो गया है जिसकी वजह से सभी तरह के लोन सस्ते होंगे.

* सभी कमर्शियल बैंकों को ब्याज और कर्ज चुकाने के लिए तीन महीने की छूट दी जा रही है.

* गवर्नर ने कहा कि RBI ने सभी बैंकों का कैश रिजर्व रेशियो एक फीसदी यानी 100 आधार अंक घटाकर तीन फीसदी कर दिया है. इस नियम के तहत बैंक अपनी जमा का कुछ हिस्सा RBI के पास रखते हैं. इस कटौती के बाद 1.37 लाख करोड़ रुपए की रकम बैंकों को मिल पाएगी.

* शेयर मार्केट की गिरावट का बैंक डिपॉजिट पर असर नहीं पड़ेगा, ग्राहकों का जमा पैसा सुरक्षित रहेगा.

* नकदी की कमी न आए, इस बात पर RBI का पूरा जोर है. बैंकों और वित्तीय संस्थानों को जरूरतमंदों को नकदी मुहैया कराने पर ध्यान देते रहना होगा.

* RBI ने जो कदम उठाए हैं उनसे सिस्टम में 3.74 लाख करोड़ रुपए की नकदी बढ़ेगी.

* नियमों और सरकार की सलाह का पालन करें तो साथ में COVID-19 से मुकाबला कर पाएंगे. महामारी के चलते GDP और महंगाई दर के आउटलुक को लेकर फिलहाल अनिश्चितता है.

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