साध्वी प्रज्ञा से तुलना पर बोलीं उमा भारती- मैं मूर्ख किस्म की प्राणी, वो महान संत
28 अप्रैल 2019, अपडेटेड,
भोपाल लोकसभा सीट से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के उतरते ही इस बात की तुलना शुरू हो गई है कि कभी मध्य प्रदेश की राजनीति का फायर ब्रांड चेहरा रहीं साध्वी उमा भारती और अब नया चेहरा बन रहीं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के आपस में कैसे रिश्ते हैं?
इस मुद्दे पर शनिवार को उमा भारती से जब पत्रकारों ने पूछा कि मध्य प्रदेश की राजनीति में साध्वी प्रज्ञा क्या आपकी जगह लेने जा रही हैं? इस पर उमा भारती ने तंज कसते हुए कहा कि वो तो एक महान संत हैं, उनसे मेरी तुलना मत कीजिए. मैं बहुत ही साधारण मूर्ख किस्म की प्राणी हूं.
प्रज्ञा ने कहा था- मेरी उनसे कभी बात नहीं होती
इस बात का जवाब देते हुए साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा था कि मेरी उनसे कभी बात नहीं होती. न टेलीफोन पर और न मौखिक रूप से. मुझे संगठन जैसा आदेश देगा, मुझे वैसा ही काम करना है.
बता दें कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की 10 साल से काबिज रही दिग्विजय सरकार को उखाड़ने के लिए बीजेपी ने साध्वी उमा भारती को आगे किया था. दिसबंर 2003 में आए विधानसभा चुनाव परिणामों में उमा भारती के नेतृत्व में बीजेपी को भारी जीत मिली और उसके बाद दिग्विजय सिंह ने 10 साल तक सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था. उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी लेकिन उन्हें 8 महीने में ही इस्तीफा देना पड़ा था. उसके बाद बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान सीएम बने लेकिन उमा भारती मध्य प्रदेश से निर्वासित हो गई थीं.
15 साल तक मध्य प्रदेश की सत्ता में रहने के बाद बीजेपी सरकार का 2018 के विधानसभा चुनावों में पतन हो गया. मध्य प्रदेश में अब कांग्रेस की सरकार है जिसके मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं. ऐसे में अब लोकसभा चुनावों में भोपाल लोकसभा सीट से दिग्विजय सिंह के खिलाफ मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को उतारा गया है. ऐसे में ये चर्चा का विषय बन रहा है कि मध्य प्रदेश की राजनीति में फायर ब्रांड और जुबानी हमलों में तेज साध्वी उमा भारती और प्रज्ञा सिंह ठाकुर के आपस में कैसे रिश्ते हैं.