10 दिन बाद आज बंटेगा मंत्रियों का विभाग, ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे पर होगी नज़र
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भोपाल
कैबिनेट विस्तार के 10 दिन बाद एमपी में आज शिवराज सिंह चौहान मंत्रियों को विभाग बांटेंगे। दिल्ली से भोपाल तक इसे लेकर 10 दिनों से माथापच्ची जारी थी। विभाग बंटवारे को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान 2 दिन जाकर दिल्ली में भी रहे लेकिन बात नहीं बनी थी। उन्होंने शनिवार को ग्वालियर में ऐलान किया है कि रविवार को विभागों का बंटवारा हो जाएगा।
दरअसल, 10 दिन तक पेंच इसलिए फंसा हुआ था कि विभागों पर सिंधिया खेमे के साथ सहमति नहीं बन पा रही थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया चाहते हैं कि शासन के दमदार विभाग उनके लोगों के पास रहे। साथ ही कमलनाथ की सरकार के दौरान उनके लोगों के पास जो विभाग थे, वह भी बना रहा। इसी को लेकर पेंच फंसा हुआ था। बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के लोग लगातार ज्योतिरादित्य सिंधिया से बात कर रहे थे।
किसे मिलेगा अमृत?
कैबिनेट विस्तार से पहले यानी 1 जुलाई को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मंथन के बाद अमृत ही निकलता है, विष तो शिव पी जाते हैं। कैबिनेट विस्तार में उसकी झलक भी दिखी और सिंधिया के करीबियों को ज्यादा जगह मिली है। विभागों के बंटवारे के लिए भी 10 दिनों से लगातार मंथन जारी है। सियासी गलियारों में यह सवाल जोरों पर है कि इस बार विष कौन पिएगा और अमृत किसे मिलेगा।
ये विभाग थे पहले
दरअसल, शिवराज कैबिनेट में ज्योतिरादित्य सिंधिया की हिस्सेदारी 41 फीसदी है। अभी उनके कोटे से 2 मंत्रियों को विभाग मिला हुआ है, जिनमें तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत शामिल हैं। कमलनाथ की सरकार में सिंधिया के लोगों के पास स्वास्थ्य, खाद्य आपूर्ति, महिला एवं बाल विकास, स्कूली शिक्षा, श्रम और परिवहन था। इन मंत्रालयों के अलावे और भी कुछ प्रभावी मंत्रालय सिंधिया अपने लोगों के लिए चाहते हैं। इसी वजह से विभागों का बंटावार रुका हुआ था।
10 दिनों से टल रहा है बंटवारा
कैबिनेट विस्तार के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान दिल्ली गए थे। उन्होंने वहां कहा था कि भोपाल लौटते ही विभागों का बंटवारा हो जाएगा। सीएम दिल्ली से लौट आएं लेकिन मंत्रियों को विभाग नहीं मिला। कुछ दिन पहले उन्होंने कहा था कि मैं ही सभी विभागों का मंत्री हूं। अब सीएम ने खुद ही कहा है कि रविवार को विभाग बंट जाएंगे।