बागेश्वर धाम पहुंचते ही बदले शिवरंजनी के सुर, शादी पर कही नई बात

Updated on: Jun 16, 2023
छतरपुर: 20 साल की शिवरंजनी तिवारी अचानक ही सुर्खियों में आ गईं और ऐसा होना भी लाजिमी था, क्योंकि वह बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से शादी करना चाहती थीं. उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री से शादी का संकल्प भी लिया और इसी संकल्प की पूर्ति के लिए वो सिर पर कलश रखकर गंगोत्री से 1200 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके छतरपुर पहुंचीं. जैसे ही शिवरंजनी सुर्खियों में आईं तो उन पर कई तरह के आरोप भी लगने लगे.
अपने ऊपर लगे आरोपों पर शिवरंजनी ने अब चुपी तोड़ते हुए कहा है कि मैंने कभी सोचा ही नहीं कि बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर से शादी करूंगी. उन्होंने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री से शादी का प्रस्ताव को लेकर न मैंने कभी सोचा और न मेरी उनसे शादी करने की कोई कामना है. मैं उनसे शादी का संकल्प लेकर निकली हूं, ऐसा मैंने कब और कहां कहा? अगर इसका कोई वीडियो हो तो मुझे दिखाओ. उन्होंने कहा कि बालाजी महाराज के दर्शन और करियर की सफलता को लेकर उन्होंने संकल्प लिया था.
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी से है रिश्तेदारी
शिवरंजनी तिवारी ने कहा कि उनके परिवार की ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी से रिश्तेदारी है. बागेश्वर महाराज सबका पर्चा निकालते हैं, ये सभी जानते हैं. वो छतरपुर आई हैं और उनके पास जाएंगी. अगर उन्होंने उनका पर्चा लिख रखा है तो वह पर्चा पढ़ेंगे.
भगवा वस्त्र पहनना मेरा अधिकार- शिवरंजनी तिवारी
शिवरंजनी तिवारी के भगवा कपड़े पहनने को लेकर भी लगातार विवाद हो रहा था. उन पर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे थे. जिस पर उन्होंने कहा कि ऐसा कहीं नहीं लिखा कि कोई स्त्री भगवा वस्त्र नहीं पहन सकती है. अगर लिखा है तो मुझे दिखाओ. उन्होंने कहा कि भगवा रंग उन्हें पसंद है और वो हिंदू हैं. इसलिए ये रंग पहनना उनका अधिकार है. जब उन्होंने यात्रा निकाली थी तो गंगोत्री से गंगा जल लेकर बागेश्वर धाम तक जितने तीर्थस्थल होंगे, उन सब पर जल चढ़ाने की बात कही थी.