खुशखबरी! अब MP में हाई स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेनें
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जबलपुर. पश्चिम मध्य रेल ने अपने पूरे रेल ट्रैक का 100% इलेक्ट्रिफिकेशन कर लिया है. उसने यह टारगेट समय से पहले ही हासिल कर लिया. पूरा इलेक्ट्रिफिकेशन होने से ट्रेन के आसानी से चलने के साथ-साथ खर्च में भी भारी बचत हुई है. ये गौरव हासिल करने के बाद अब पश्चिम मध्य रेल ने एक नई दिशा कि ओर भी कदम बढ़ाया है. उसने अपने परिक्षेत्र की साइडिंगों (मालवाहन के लिए किसी फैक्टरी तक बनाई गई अप्रोच रेल लाइन) का भी इलेक्ट्रिफिकेशन करने का काम शुरू कर दिया है. साइडिंगों के इलेक्ट्रिफिकेशन से एक ओर रेल परिचालन में आसानी होगी, वहीं दूसरी ओर माल ढुलाई से राजस्व में भी वृद्धि होगी.
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम मध्य रेलवे ने माल गोदामों को भी उन्नत किया है. उनकी क्षमता में भी वृद्धि की है. व्यापारियों को आकर्षित करने के लिए मालगोदामों पर पमरे ने सुविधाओं में खासा इजाफा किया है. ताकि, पमरे के परिक्षेत्र में अधिक से अधिक रेल यातायात से परिवहन किया जा सके. बता दें, जिन साइडिंगों को इलेक्ट्रिफाइ किया गया है उनमें कटनी-सिंगरौली खंड पर निवास रोड साइडिंग और कटनी-सिंगरौली खंड पर गजराबहरा साइडिंग शामिल हैं. इस प्रकार कुल 21.6 किमी लंबे ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन किया जा चुका है. इसके अलावा पमरे अपने परिक्षेत्र में आने वाले रूटों पर नए ट्रेक्शन सब स्टेशन स्थापित करने की ओर तेज गति से बढ़ रहा है. पिछले 30 दिनों के दौरान दो नए ट्रैक्शन सबस्टेशन, जिनमें से एक कैमा (सतना-रीवा खंड) में तथा दूसरा शिवपुरी (गुना-ग्वालियर खंड) में तैयार कर लिए गए हैं.
भोपाल से गुजरने वाली 9 ट्रेनों में यात्रियों को गरमा गरम खाने की सुविधा शुरू की गई है. रेलवे ने हाल ही में इस सुविधा को शुरू किया है. कोरोना के चलते गरमा गरम खाने की व्यवस्था को रेलवे प्रशासन ने बंद कर दिया था. इसकी जगह जब कुछ रियायत दी गई तब रेडी टू ईट फ़ूड ट्रेनों में दिया जाने लगा था, लेकिन अब ट्रेन के अंदर गरमा गरम भोजन मिल सकेगा. इसमें दाल, चावल, रोटी, अलग-अलग सब्जी, स्वीट्स समेत जरूरी दूसरे रूटीन के पकवान मिल सकेंगे. इन ट्रेनों में जयपुर एक्सप्रेस, चेन्नई सेंट्रल जयपुर एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, गोवा एक्सप्रेस, पुरी जोधपुर एक्सप्रेस, निजामुद्दीन यशवंतपुर संपर्क क्रांति, शताब्दी एक्सप्रेस और कन्याकुमारी एक्सप्रेस शामिल हैं.