MP: होशंगाबाद में एक और किसान ने की आत्महत्या, कर्जदार का था दबाव
Updated Thu, 15 Jun 2017
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 72 घंटे पहले दिए गए कर्ज माफ करने के आश्वासन के बावजूद किसानों द्वारा खुदकुशी करने का सिलसिला जारी है। लगातार सात दिनों में सात किसान अपने जान दे चुके हैं। दरअसल, आंदोलन की आग में झुलसे मध्य प्रदेश में किसानों का गुस्सा थमता नहीं दिख रहा है।
अब मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में एक किसान ने कर्ज के बोझ की वजह से आत्महत्या कर ली है। राजधानी भोपाल से 60 किलोमीटर दूर होशंगाबाद जिले के छपलासर गांव में किसान नर्मदा प्रसाद ने कर्जदार के दबाव के चलते ये कदम उठाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्जदार रोज किसान नर्मदा पर पैसों के लिए दबाव बनाया करता था। इतना ही नहीं वे उसका सामान भी उठा कर ले जाते थे। कर्जदारों के घर पर रोज आने से किसान इस कदर आहत हुआ कि उसने खुद को खत्म करना ही बेहतर समझा।
बता दें कि मंदसौर से उठी आग को सीएम शिवराज ने अनशन करके शांत किया था। उन्होंने वादा किया था कि वे अपने किसान भाईयों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करने देंगे। अब ऐसे में एक और किसान की मौत से विवाद खड़ा हो सकता है।
इससे पहले भी होशंगाबाद के सिवनी मालवा के रहने वाले 68 वर्षीय किसान माखन लाल दिगोलिया ने भी कर्ज से परेशान होकर के पेड़ से लटक कर के खुदकुशी कर ली थी।