शिरडी साईं बाबा पर बयान देकर फंसे बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री, मुंबई पुलिस ने दर्ज की शिकायत

मुख्य समाचार, राष्ट्रीय

Updated at : 04 Apr 2023

Bageshwar Dham Sarkar: बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के शिरडी के साईं बाबा पर दिए बयान को लेकर मुंबई पुलिस में शिकायत की गई है. शिकायत में धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है.

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर चर्चा में हैं. वजह है उनका विवादित बयान. हाल ही में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने साईं बाबा को लेकर कुछ ऐसा कह दिया जिससे न सिर्फ उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है बल्कि इस बयान से महाराष्ट्र की सियासत भी सुलग गई है.

दरअसल सोशल मीडिया पर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह कहते नजर आ रहे हैं कि साईं संत हो सकते हैं, फकीर हो सकते हैं, लेकिन भगवान नहीं हो सकते. साईं बाबा की पूजा किए जाने पर भी आचार्य कहते हैं, ‘बोलना नहीं चाहता क्योंकि विवाद खड़ा हो जाता है लेकिन बोलना भी जरूरी है कि गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता है. अगर हम शंकराचार्य जैसा गेटअप कर लें तो इससे हम शंकराचार्य तो नहीं बन जायेंगे. संत संत हैं और भगवान, भगवान हैं.
साईं बाबा का महाराष्ट्र कनेक्शन, तीन प्वाइंट में समझे

1. साईं बाबा के जन्मस्थान को लेकर इतिहासकारों और विद्वानों में अलग-अलग मत हैं. कुछ विद्वानों के अनुसार उनका जन्म सन 1835 में 28 दिसंबर को महाराष्ट्र के पाथरी गांव में हुआ था. हालांकि अब तक इसको लेकर कोई ठोस प्रमाण नहीं है.

2. कहा जाता है साईं बाबा एक युवा फकीर के रूप में सबसे पहले शिरडी गए और जीवनभर वहीं रहें. महाराष्ट्र के शिरडी धाम भी है. जहां हर साल लाखों की तादात में भक्त बाबा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

3. साईं बाबा को भारत में एक महान संत के रूप में जाना जाता है. कहा जाता है कि उन्हें अद्भुत शक्तियां थी. लेकिन साईं बाबा के नाम और पहनावे के कारण विद्वानों का मानना है कि साईं बाबा फकीर थे. वहीं महाराष्ट्र में लाखों लोग साईं बाबा को ईश्वर मानते हैं. उनके सबसे ज्यादा अनुयायी भी वहीं हैं.

अब समझते हैं कि आखिर साईं विवाद शुरू कैसे हुआ
बागेश्वर दरबार में एक भक्त ने कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री से पूछा था कि, ‘बहुत सारे लोग हमारे देश में साईं भक्त हैं. लेकिन सनातन धर्म साईं की पूजा को नकारता सा दिखता है. जबकि साईं की पूजा सनातन पद्धति से ही होती है. तो आप इस पर प्रकाश डालें’.
इस सवाल के जवाब में बागेश्वर धाम सरकार ने कहा था कि, ‘हमारे धर्म के शंकराचार्य जी ने साईं बाबा को देवताओं का स्थान नहीं दिया. शंकराचार्य की बात मानना हर सनातनी का धर्म है क्योंकि वो अपने धर्म के प्रधानमंत्री हैं. और कोई संत चाहे वो हमारे धर्म के तुलसीदास हों या सूरदास हों, वो संत हैं… भगवान नहीं हैं.

भड़के साईं भक्तों ने क्या कहा
आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान पर शिरडी सहित पूरे राज्य से तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं. शिरडी के ग्रामीणों और साईं भक्तों ने धीरेंद्र शास्त्री से माफी मांगने की मांग की है. शिरडी के ग्रामीणों का कहना है कि हमेशा ही एक खास विचारधारा के लोग साईं बाबा के बारे में विवादित बयान देते आ रहे हैं. साईंबाबा भगवान हैं या नहीं ये जानने और मानने के लिए हमें धीरेंद्र शास्त्री के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.

बागेश्वर धाम सरकार के खिलाफ ये शिकायत मुंबई के बांद्रा पुलिस में शिकायत की गई है. शिकायत में शिवसेना (उद्धव गुट) युवा सेना के नेता और शिरडी साईं संस्थान के पूर्व ट्रस्टी राहुल कनाल ने धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया था.

Published at : 04 Apr 2023

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