MP: इस मंदिर को अस्पताल मानते हैं लोग, देवता से करवाने आते हैं इलाज

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भारत में लोगों का भगवान के प्रति लगाव, विश्वास अखंड है. जब किसी समस्या का कोई समाधान नहीं दिखता, तो यहां लोग अपनी सारी परेशानियां भगवान के हवाले कर देते हैं. अलौकिक शक्तियों में भी ऐसी ताकत होती है कि इंसान जब आस्था दिखाता है, तब चमत्कार भी होने लगते हैं. भारत में यूं तो कई मंदिर हैं, जो अपनी चमत्कारिक कहानियों की वजह से प्रसिद्द है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे लोग मंदिर कम और अस्पताल ज्यादा मानते हैं.

हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के भोपाल के पास नरसिंहगढ़ के पास बने धुतखेड़ी मंदिर की. ये मंदिर नरसिंहगढ़ से ग्यारह किलोमीटर की दुरी पर धुतखेड़ी में बसा है. यहां देवनारायण भगवान की पूजा की जाती है. कहते हैं कि इस मंदिर में ना सिर्फ भारत से बल्कि विदेशों से भी कई श्रद्धालु आते हैं. जब लोग अपनी बीमारी का इलाज करवाकर थक जाते हैं और उन्हें अपने इलाज का कोई और उपाय नजर नहीं आता, तब वो इस मंदिर में आते हैं और यहां से ठीक होकर जाते हैं.

भगवान करते हैं इलाज
जब आप इस मंदिर में जाएंगे तो आपको हर तरह गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीज नजर आ जाएंगे. इसमें ज्यादातर वो मरीज होते हैं, जिनके इलाज के लिए डॉक्टर्स मना कर देते हैं. अपनी मौत की घड़ियां गिन रहे ये मरीज आखिर में मंदिर में चमत्कार की उम्मीद से आते हैं. कहा जाता है कि इस मंदिर के देवता आयुर्वेद के काफी बड़े ज्ञाता है. इस मंदिर में कैंसर से लेकर कई तरह की लाइलाज बीमारियों का इलाज जड़ी-बूटियों से किया जाता है.

लोगों की है गहरी आस्था
इस मंदिर से जुड़ी ऐसी कई कहानियां हैं, जिनपर यकीन कर पाना मुश्किल है. ऐसे कई लोग, जिन्होंने अपनी मौत को देख लिया था, आज स्वस्थ जीवन जी रहे हैं. कई मरीजों का कहना है कि उनके ठीक होने को साइंस और डॉक्टर्स भी चमत्कार ही मानते हैं. ये सब इस मंदिर के देवता का प्रभाव है. मंदिर के प्रांगण में जितने मरीज नजर आते हैं, वो इस बात का सबूत है कि लोगों की आस्था इस मंदिर में कितनी ज्यादा है. हर साल लाखों लोग अपनी जानलेवा बीमारी के इलाज के लिए इस मंदिर का रुख करते हैं. कहा जाता है कि यहां से कोई भी निराश होकर नहीं जाता है.

नोट- लोगों की धार्मिक आस्था के आधार पर ये खबर बनाई गई है. mplive न्यूज  इसकी पुष्टि नहीं करता.

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