MP: असंतुष्टों को मनाने में BJP की हालत बेहतर
मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा के उपचुनाव (MP assembly by election) से पहले BJP और कांग्रेस की असंतुष्टों ने नींद उड़ाकर रखी दी है. दोनों ही दल अपने असंतुष्टों को मनाने में लगे हैं. कांग्रेस के मुकाबले BJP अपने असंतुष्टों को मनाने के मामले में ज्यादा सफल होती नजर आ रही है.
राज्य के 28 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है. तीन नवंबर को मतदान होगा और नतीजे 10 नवंबर को आएंगे. दोनों ही दल उम्मीदवारों के ऐलान के अंतिम चरण में है. कांग्रेस 24 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है, वहीं BJP के उम्मीदवारों की लिस्ट जल्दी आने की बात कही जा रही है.
बागी विधायकों को उम्मीदवार बनाने पर असंतोष
BJP में 22 तत्कालीन विधायक पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के साथ कांग्रेस छोड़कर आए थे. बाद में तीन और कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा देकर BJP की सदस्यता ली. BJP ने इन सभी 25 दलबदल करने वाले पूर्व विधायकों को उम्मीदवार बनाने का फैसला ले लिया है. इससे पार्टी में असंतोष है.
बमौरी से के एल अग्रवाल, ग्वालियर पूर्व से सतीश सिकरवार और सुरखी से पारुल साहू पार्टी छोड़कर कांग्रेस (Congress) में शामिल हो चुके हैं. इन तीनों को कांग्रेस ने उम्मीदवार भी बनाया है, वहीं कई अन्य नेताओं में भी नाराजगी है.
मुख्यमंत्री चौहान ने सबको दिलाया भरोसा
BJP के लिए सबसे बड़ी चिंता देवास के हाटपिपल्या (Hatpipalya) विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी (Deepak Joshi) को लेकर थी. जोशी से कांग्रेस लगातार संपर्क बनाए हुए थी और जोशी का भी मन डांवाडोल था. बीती रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) से उनकी मुलाकात हुई, उनके क्षेत्र के कार्यकर्ता भी थे. चौहान ने सभी को भरोसा दिलाया कि उनके मान-सम्मान का ख्याल रखा जाएगा.
बढ़ रही कांग्रेस छोड़ने वालों की लिस्ट
इस मुलाकात के बाद जोशी ने भी कहा कि वे कहीं नहीं जाने वाले हैं. यह बात सही है कि उनके मन में पिछले कुछ दिनों से कई विचार आ रहे थे. वहीं, BJP में कई और नेताओं में भी असंतोष है. उन्हें भी पार्टी एक-एक कर मनाने में लगी है.
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस में बगावत का दौर जारी है. पहले 25 विधायकों ने पार्टी छोड़ी और उसके बाद भी कांग्रेस छोड़ने वालों की लिस्ट लगातार बढ़ती जा रही है. हाल ही में पूर्व मंत्री महेंद्र बौद्ध और ग्वालियर के वरिष्ठ नेता अशोक शर्मा ने भी पार्टी छोड़ी है. (IANS)