MP: ‘महाराज’ ने शिवराज के घर खाया खाना, साधना सिंह ने खुद अपने हाथों से परोसा भोजन

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Updated: Mar 13, 2020,

भोपाल: कांग्रेस से बगावत कर भाजपा का दामन थामने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया का गुरुवार को भोपाल में भव्य स्वागत हुआ. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ग्वालियर राजघराने के महाराज यानी ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए पलक पांवड़े बिछा दिए. भोपाल हवाई अड्डे से लेकर भाजपा दफ्तर तक लगभग 20 किलोमीटर के रास्ते में ज्योतिरादित्य सिंधिया का नायक की तरह स्वागत हुआ.

शिवराज के घर सिंधिया ने किया डिनर
उसके बाद दिनभर भाजपा कार्यालय में मध्य प्रदेश की राजनीति को लेकर चर्चा चली. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का स्वागत किया. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी उन्हें अपने परिवार का हिस्सा बनाने के लिए भाजपा केंद्रीय और राज्य नेतृत्व का आभार जताया. दिन भर की थकान के बाद गुरुवार रात को ज्योतिरादित्य सिंधिया डिनर के लिए शिवराज सिंह चौहान के घर पहुंचे.

शिवराज की पत्नी साधना ने परोसा भोजन
ज्योतिरादित्य सिंधिया रात को शिवराज सिंह चौहान के घर पहुंचे. शिवराज सिंह ने घर में प्रवेश करने से ज्योतिरादित्य सिंधिया को फूलों का माला पहनाया. ज्योतिरादित्य ने भी शिवराज सिंह चौहान के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया. शिवराज के घर डिनर टेबल पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, नरोत्तम मिश्रा, यशोधरा राजे सिंधिया मौजूद रहे.

आज राज्यसभा का नामंकन भरेंगे सिंधिया
शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह ने सभी मेहमानों को अपने हाथ से बना भोजन परोसा. सभी नेताओं ने बड़ी आत्मीयता से खाना खाया और शिवराज की पत्नी साधना सिंह उन्हें भोजन परोसती रहीं. आपको बता दें कि भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश से अपना राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है. वह 13 मार्च यानी शुक्रवार को अपना नामंकन दाखिल करेंगे.

राज्यपाल लालजी टंडन भी पहुंचे भोपाल
इस बीच मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन भी होली की छुट्टी मनाकर गुरुवार की रात लखनऊ से  भोपाल लौट आए. वह शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर मध्य प्रदेश की सियासत का हाल जानेंगे. आपको बता दें कि सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद 22 विधायकों ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.

इस तरह कमलनाथ सरकार अल्पमत में है. इनमें से 19 विधायक बेंगलुरु में हैं. ये सभी 22 विधायक सिंधिया खेमे के हैं. हालांकि, मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार दावा कर रही है कि बेंगलुरु के 19 विधायकों में 10 ने वापस लौटने की इच्छा जताई है. इसमें कितनी सच्चाई है ये तो आने वाले कुछ दिनों में पता चल जाएगा.

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