स्टार प्रचारक का दर्जा छिनने पर बोले कमलनाथ- चुनाव प्रचार करने से कोई नहीं रोक सकता
LAST UPDATED: OCTOBER 31, 2020,
भोपाल. मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव (MP By-election) से पहले कांग्रेस के स्टार प्रचारक कमलनाथ (Kamalnath) से निर्वाचन आयोग ने यह दर्जा छीन लिया. इसको लेकर पूर्व सीएम ने आज अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने चुनाव आयोग (Election Commission) के फैसले पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि स्टार प्रचारक जैसा कोई पद नहीं होता है. प्रदेश में पुलिस और प्रशासनिक तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें चुनाव प्रचार करने से कोई नहीं रोक सकता. कमलनाथ ने कहा आज और कल जारी रहेंगी चुनावी सभाएं. कमलनाथ ने बीजेपी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि उपचुनाव में अब हार-जीत की नहीं, बल्कि हार जीत के अंतर को लेकर विपक्ष में बौखलाहट दिखने लगी है.
इससे पहले बीते दिनों उपचुनाव में नेताओं के भाषा के इस्तेमाल को लेकर चुनाव आयोग ने बड़ा एक्शन लिया. आयोग ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उनसे उपचुनाव में स्टार प्रचारक का दर्जा वापस ले लिया. आयोग ने यह कार्रवाई कमलनाथ के चुनाव आयोग के जारी गाइडलाइन के विपरीत आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में की.
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने सबसे पहले आइटम शब्द के इस्तेमाल पर कमलनाथ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. कमलनाथ के नोटिस के जवाब भेजने पर चुनाव आयोग ने पीसीसी चीफ कमलनाथ को चुनाव प्रचार में इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी थी. लेकिन चुनाव आयोग की हिदायत के बाद भी लगातार बयानों से बीजेपी नेताओं पर हमला बोलने के मामले में कमलनाथ पर अब एक्शन हुआ है.
चुनाव आयोग ने कमलनाथ के जिन बयानों को कार्रवाई का आधार बनाया है उसमें, पहला- ‘शिवराज नौटंकी के कलाकार मुंबई जाकर एक्टिंग करें’ और दूसरा – ‘आपके भगवान तो वह माफिया हैं, जिससे आपने मध्य प्रदेश की पहचान बनाई, आपके भगवान तो मिलावट खोर हैं’, शामिल हैं. आयोग ने इन बयानों को आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कार्रवाई की है. आयोग ने अपने आदेश में साफ लिखा है कि कमलनाथ अब स्टार प्रचारक के तौर पर कहीं भी आ-जा नहीं सकेंगे, ना किसी तरह का यात्रा कर सकेंगे और ना ही किसी स्थान पर रुक सकेंगे.