MP में महादेव का एक और महालोक, सरकार यहां खर्च करेगी 600 करोड़

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खंडवा: तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में अब उज्जैन के महाकाल लोक की तर्ज पर एक भव्य ममलेश्वर महालोक का निर्माण किया जाएगा. एमपी सरकार ने विधानसभा में पेश बजट में इसके लिए 600 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत ओंकारेश्वर के मुख्य मंदिर में विशेष विकास कार्य किए जाएंगे. साथ ही पुराने पुल के पास एक समानांतर नया पुल बनाया जाएगा, जो ओंकार पर्वत को सिद्धवरकूट ब्रिज से जोड़ेगा.
इसके अलावा ओंकारेश्वर में एक नया घाट बनाया जाएगा और प्रतीक्षालय जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी. इससे भक्तों को दर्शन और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में अधिक सुविधा मिलेगी. शासन का लक्ष्य है कि सिंहस्थ-2028 से पहले दिसंबर 2027 तक यह परियोजना पूरी कर ली जाए. इस परियोजना के लिए जिला प्रशासन ने शासन को दो चरणों में प्रस्ताव भेजा है.
पहले चरण में होंगे ये काम
पहले चरण में भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित मंदिर स्मारक की पुनर्व्यवस्था, लैंडस्केपिंग और बाउंड्रीवाल का निर्माण किया जाएगा. इससे मंदिर परिसर की सुंदरता और सुरक्षा में वृद्धि होगी. दूसरे चरण में ममलेश्वर मंदिर के आसपास की सरकारी और निजी जमीनों का अधिग्रहण कर उसे पुनर्विकसित किया जाएगा. इससे मंदिर के आसपास के क्षेत्र का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व और अधिक बढ़ जाएगा.
विकास कार्य से लगेंगे पंख
ओंकारेश्वर में ममलेश्वर महालोक का निर्माण न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि इससे स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. बड़ी संख्या में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह एक आकर्षण का केंद्र बनेगा. इस विकास कार्य से स्थानीय व्यापारियों, होटल व्यवसायियों और अन्य सेवा क्षेत्रों को भी लाभ मिलेगा. इस परियोजना से ओंकारेश्वर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व और अधिक सशक्त होगा.