गाय को राष्‍ट्रीय पशु घोषित किया जाए, गोवध पर उम्रकैद हो : राजस्‍थान हाई कोर्ट

मुख्य समाचार, राष्ट्रीय

अंतिम अपडेट: बुधवार मई 31, 2017

जयपुर: राजस्‍थान हाई कोर्ट ने हिंगोनिया गोशाला मसले पर फैसला सुनाते हुए सरकार को सुझाव दिया है कि गाय को राष्‍ट्रीय पशु घोषित किया जाए. इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी सुझाव दिया कि गोवध पर सजा को बढ़ाना चाहिए और यह सजा उम्रकैद तक होनी चाहिए. अभी राज्‍य में यह सजा तीन साल है. दरअसल जयपुर के पास स्थित हिंगोनिया गोशाला के लचर प्रबंधन के खिलाफ एक याचिका दायर की गई थी. उसमें इस गोशाला की दुर्दशा पर सवाल उठाए गए थे. वहां के कुप्रबंधन के खिलाफ की गई याचिका पर कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए यह टिप्‍पणियां की.

जजों की यह टिप्‍पणी ऐसे वक्‍त आई है जब पशु बाजार में मवेशियों की बिक्री पर केंद्र सरकार ने रोक लगा दी है. इस पर केंद्र और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्‍यों में विरोध भी हो रहा है. ऐसा ही विरोध प्रदर्शन आईआईटी मद्रास में भी हुआ. वहां पर बीफ फेस्‍ट के आयोजन के बाद एक छात्र की जमकर पिटाई कर दी गई.

बीफ फेस्ट के मुद्दे पर केरल के एक छात्र की पिटाई के विरोध में बड़ी संख्या में छात्र आज प्रदर्शन कर रहे हैं. आज वे आईआईटी मद्रास के डीन से भी मुलाकात करेंगे. इस मुद्दे को लेकर रात में भी कैंपस में जमकर प्रदर्शन किया गया. छात्र इस दौरान बीफ खाते हुए नारेबाज़ी कर रहे थे. दरअसल, आर सूरज नाम के छात्र को इस कदर पीटा गया कि उसके गाल पर फ्रैक्चर और आंख के पास गहरा ज़ख्म हो गया.

पिटाई का आरोप कथित तौर पर राइट विंग हिंदूवादी संगठनों से जुड़े छात्रों पर है. सूरज बीफ फेस्ट का आयोजन करने वाले छात्रों में से एक था. सूरज नाम के इस छात्र को इस कदर पीटा गया कि उसे अस्पताल ले जाना पड़ा. साथ ही पिटाई करने वालों ने बीफ़ पार्टी में शामिल सभी छात्रों को धमकी भी दी है. मवेशियों की खरीद-बिक्री को लेकर केंद्र के नए कानून के विरोध में बीफ फेस्ट का आयोजन किया गया था. दूसरी तरफ डीएमके ने बीफ बैन के विरोध में प्रदर्शन किया. डीएमके के प्रदर्शन में खुद स्टालिन शामिल हुए. करीब 300 कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने आज प्रदर्शन किया.

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