MP: महिला किसान ने फूलों की पंखुड़ियों से बनाया एनर्जी ड्रिंक

प्रदेश, मध्य प्रदेश, मुख्य समाचार

LAST UPDATED : 

हरदा. अभी तक आपने फलों से बने एनर्जी ड्रिंक के देखे होंगे, लेकिन हरदा में एक महिला किसान ने भारत में पहली बार फूल की पंखुड़ियों से एनर्जी ड्रिंक तैयार किया है. महिला किसान अर्चना ने  साउथ अफ्रीका के फूल (हैबिक्स सबदेरिफा) रोजेले को हरदा के वातावरण में खेतों में तैयार कर एनर्जी ड्रिंक बनाकर नया स्टार्टअप शुरू किया. इसके जरिए अर्चना कई महिलाओं को रोजगार दे रही हैं. प्रदेश सरकार ने उनके स्टार्टअप को सराहा और इंदौर में होने वाली ग्लोबल समिट में शामिल किया है.

मध्यप्रदेश के हरदा में सिरकंबा गांव की बेटी ने प्राकृतिक एनर्जी ड्रिंक बनाया है. मां और बेटी दोनों मिलकर विदेशी फूलों की खेती कर एनर्जी ड्रिंक तैयार कर रही हैं. अर्चना स्नातक करने के बाद पारंपरिक खेती छोड़कर कुछ नया करना चाहती थीं. उनके पिता मधु धाकड़ जिले ही नहीं प्रदेश के उन्नतशील किसान के रूप में जाने जाते हैं. इसके चलते साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया से फॉर्मर कंपनी के लोग भारत आए थे. उन्होंने हैबिक्स सबदेरिफा फूल के बारे में जानकारी दी और खेती करने को कहा. अर्चना के लिए विदेशी फूल को देश के माहौल में उगाना बड़ा चैलेंज था. 2 साल असफल होने के बाद अर्चना और उनकी मां का प्रयोग सफल हो गया.

कई महिलाओं को दे रही है रोजगार
अर्चना बताती हैं कि इस ड्रिंक को तैयार करने में जो भी मटेरियल है वह खुद अपने खेतों में उगाती हैं. यह पहला ऐसा एनर्जी ड्रिंक के जिसमें बाहर से किसी भी चीज का प्रयोग नहीं किया गया है. अर्चना देश के पीएम नरेंद्र मोदी की बातों से प्रभावित हैं. पीएम लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा दे रहे हैं. इसके चलते अर्चना ने खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिए ड्रिंक तैयार किया है. अर्चना का दावा है कि एनर्जी ड्रिंक इम्यूनिटी बूस्टर है इसे पीने के बाद कई रोगों में फायदा मिलता है.

मां निर्मला का कहना है कि उनकी बेटी ने उनका सपना पूरा किया है. गांव की कई महिलाओं को अर्चना ने रोजगार से जोड़ा है. उनके साथ काम करने वाली सभी महिलाएं ही हैं. हरदा जिला कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि ड्रिंक में कोई रसायन नहीं मिलाया गया है. भोपाल में हुई वर्कशॉप में मध्य प्रदेश सरकार ने महिला किसान को स्टार्टअप बिजनेस ग्रुप में चयनित किया है.

ऐसे तैयार किया जाता है एनर्जी ड्रिंक

महिला किसान अर्चना ने बताया कि सबसे पहले खेत में फूल तैयार किए जाते हैं. उसके बाद पंखुड़ी तोड़कर सुखाई जाती है. फिर पाउडर तैयार कर उसे पैक किया जाता है. पैकिंग के दौरान इसका ध्यान रखा जाता है कि ड्रिंक की गुणवत्ता प्रभावित ना हो. अर्चना ने बताया कि भारत में अमाडी भी इसी प्रजाति का फूल है. एनर्जी ड्रिंक तैयार कर उसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी बेच रहे हैं. उन्होंने बताया कि अभी स्टार्टअप शुरू किए 6 महीने ही हुए हैं. 1 लाख पाउच तैयार किए गए हैं. एक पाउच की कीमत 10 रुपए है, जिससे हर व्यक्ति की पहुंच में हो. सब मिलाकर लागत 20 लाख रुपए आई है. 60 प्रतिशत तक का व्यापार हो चुका है.

Leave a Reply