महाकाल मंदिर में फूटे झरने, पानी भरने से हालात खराब, दूभर हुए बाबा के दर्शन

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Last Updated :July 22, 2023,

मध्य प्रदेश के उज्जैन में 21-22 जुलाई की देर रात जोरदार बारिश हुई. इस वजह से महाकालेश्वर मंदिर के कोने-कोने में पानी भर गया. बारिश की वजह से जगह-जगह झरने बहने लगे. खासकर शयन आरती के दर्शन करने आए भक्तों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. एक तरफ पानी, दूसरी तरफ भीड़ की वजह से लोगों को बाबा महाकाल के दर्शनों के लिए संघर्ष करना पड़ा

महाकाल के दर्शन करने आया कोई भी भक्त बिना भीगे नहीं रह सका. क्योंकि, नीचे तो नीचे, छत से भी झरना बह रहा था. इस वजह से अव्यवस्था फैलती नजर आई. लेकिन, भक्तों और मंदिर प्रशासन की सूझबूझ की वजह से किसी तरह का अप्रिय वाकया नहीं सामने नहीं आया. लोग बारी-बारी से महाकाल मंदिर के प्रांगण से गुजरते रहे.

भारी बारिश की वजह से लोगों को पार्किंग से लेकर प्रसादी तक मुसीबत उठानी पड़ी. उन लोगों को और भी ज्यादा तकलीफ हुई, जिनके साथ छोटे-छोटे बच्चे थे. हालांकि, महाकाल मंदिर समिति ने हर तरह की परेशानी से निपटने का इंतजाम कर रखा था. उसके बावजूद जलभराव हो गया. लोग खुद और कपड़ों को बचाते-बचाते जैसे-तैसे बाबा महाकाल के दर्शन कर सके.

बता दें, उज्जैन में देर रात शुरू हुई धुआंधार बारिश की वजह से पूरे शहर में जलभराव की स्थिति बन गई. लोगों की दुकानों के साथ-साथ घरों में भी पानी भर गया. सड़कें भारी बारिश से तालाब बन गईं. इतनी बारिश को देखते हुए उज्जैन कलेक्टर ने 22 जुलाई को कक्षा 1 से 12 क्लास तक के सभी स्कूल बंद करने के निर्देश दिए.

तेज बारिश की वजह से एटलस चौराहा, नई सड़क, दौलतगंज, बहादुरगंज, गदपुलिया, नीलगंगा, फ्रीगंज, इंदिरा गांधी चौराहा, नानाखेड़ा, चामुंडा माता मंदिर चौराहा, सेठी नगर, मक्सी रोड, सहित तमाम जगहों पर पानी भर गया. उज्जैन शहर की प्यास बुझाने वाले गंभीर डेम की जलस्तर बढ़ गया. जिला प्रशासन ने उसका गेट नंबर 3 खोला दिया.

दूसरी ओर, मौसम विभाग ने कहा है कि अभी उज्जैन में और तेज बारिश होने के आसार हैं. विभाग ने लोगों को इस बारिश में सावधानी बरतने की सलाह दी है. मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि लोग तब ही घरों से बाहर निकलें, जब निकलने की जरूरत हो. उन्होंने लोगों से कहा है कि बाहर निकलें तो अपने साथ बारिश में बरती जाने वाली सारी सावधानियां बरतें.

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