BCCI का नया कॉन्ट्रेक्ट सिस्टम : धोनी टॉप ग्रेड में नहीं, A+ खिलाड़ियों को मिलेंगे सात करोड़
Updated: 7 मार्च, 2018
नई दिल्ली: टीम इंडिया के खिलाड़ियों की वेतन वृद्धि की मांग रंग लाई है. बीसीसीआई के नए कॉन्ट्रेक्ट सिस्टम में खिलाड़ियों के वेतनमें तीन गुने से भी ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है.
दरअसल दुनिया भर में टॉप टीमों के क्रिकेट खिलाड़ियों के वेतन को देखने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने भी समान वेतन की मांग की थी. बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच हुई लंबी बातचीत के बाद अब एक नया कान्ट्रेक्ट सिस्टम बनाया गया है जिसमें खिलाड़ियों को तीन के बजाय चार ग्रेड में बांटा गया है. अब A, B और C के साथ एक A+ ग्रेड भी होगा.
A+ ग्रेड में खिलाड़ियों को एक साल के सात करोड़ रुपये मिलेंगे. इसमें पांच खिलाड़ियों को शामिल किया गया है. ये वे खिलाड़ी हैं जो सभी तीनों फ़ॉरमेट खेलते हैं, यानी कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह.
इसके बाद A ग्रेड है जिसमें सात खिलाड़ी शामिल हैं. इन्हें सालाना पांच करोड़ रुपये मिलेंगे. इसमें वे खिलाड़ी हैं जो खासतौर पर टेस्ट के लिए पक्के हैं. इस ग्रेड में आर अश्विन, आर जडेजा, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, ऋद्धिमान साहा के अलावा बस एक एमएस धोनी ऐसे खिलाड़ी हैं जो टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलते.
बता दें कि इससे पहले जो करार था उसमें तीन ग्रेड थे, A ग्रेड वाले को दो करोड़, B ग्रेड वाले को एक करोड़ रुपए और C ग्रेड वाले को 50 लाख रुपये मिलते थे.
इसके अलावा इस बार महिला क्रिकेटरों के करार में भी वेतन वृद्धि हुई है. यहां तीन ग्रेड में खिलाड़ियों को बांटा गया है. A ग्रेड को 50 लाख रुपये सालाना, B ग्रेड को 30 लाख रुपये और C ग्रेड में शामिल महिला खिलाड़ियों को 10 लाख रुपये सालाना दिए जाएंगे. महिला क्रिकेटरों में चार खिलाड़ियों को टॉप ग्रेड में रखा गया है जिसमें कप्तान मिताली राज, हरमनप्रीत कौर, झूलन गोस्वामी और स्मृति मंदाना शामिल हैं.
अंतरराष्ट्रीय मैचों के अलावा घरेलू क्रिकेट पर भी इस बार फोकस किया गया है. इसमें प्लेइंग इलेवन में शामिल सीनियर पुरुष खिलाड़ियों को हर दिन के हिसाब से 35 हज़ार रुपये तो रिज़र्व्स में शामिल खिलाड़ियों को 17.5 हज़ार रुपये मिलेंगे. वहीं प्लेइंग इलेवन में शामिल अंडर 23 खिलाड़ी को हर दिन 17.5 हज़ार, अंडर-19 खिलाड़ी को 10.5 हज़ार और अंडर 16 खिलाड़ी को 3.5 हजार रुपये मिलेंगे.
प्लेइंग इलेवन में शामिल घरेलू महिला क्रिकेटरों के लिए ये रकम सीनियर खिलाड़ियों के लिए 12.5 हज़ार, अंडर 23 और अंडर 19 खिलाड़ियों के लिए 5.5 हजार रुपये तय की गई है.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी ने खिलाड़ियों को उनका जायज़ वेतन तो दिलवा दिया है लेकिन यह पूरी प्रक्रिया भी विवाद से अछूती नहीं रही क्योंकि मोहम्मद शमी जैसे टीम इंडिया के नियमित खिलाड़ी का नाम किसी भी ग्रेड में शामिल नहीं किया गया है. इसका जवाब बीसीसीआई से जरूर पूछा जाएगा.