‘बाबा रामदेव’ के साथ कारोबार का मौका, हर महीने कर सकते हैं लाखों की कमाई
Updated: July 12, 2017
एमएनसी (मल्टी नेशनल कंपनी) को चित कर एमएमजीसी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) सेक्टर में तेजी से नंबर वन पॉजिशन की ओर बढ़ती पतंजलि आयुर्वेद अपना विस्तार कर रही है. ऐसे में आप भी कंपनी के साथ जुड़कर कारोबार कर सकते हैं. कंपनी ने देश के बड़े अखबारों में डिस्ट्रीब्यूटर और सेल्समैन बनने का विज्ञापन जारी किया है. कंपनी का कहना है कि उनसे जुड़ने के बाद 1 से 10 लाख रुपए तक हर महीने की कमाई हो सकती है.
होगी 10 लाख रुपए तक की आमदनी
दावा किया गया है कि पतंजलि के डिस्ट्रीब्यूटर, मेगा स्टोर एवं अन्य एक्सक्लूसिव स्टोर्स आदि के साथ जुड़कर आप हर महीने 1 लाख रुपए से 10 लाख रुपए तक की कमाई कर सकते हो.
सेल्स डिस्ट्रीब्यूटर बनने का मौका
फिजिकली रिफाइंड ऑयल, पतंजलि गाय का देशी, आटा. बेसन, संपूर्ण भारत के सत्री क्षेत्रों के सर्वश्रेष्ठ चावल एवं गाय का स्किम्ड मिल्क पाउडर बड़े पैक में डिस्ट्रीब्यूशन, विवाह, उत्सव एवं बड़े समारोह आदि में जो बल्क में सेल करते हैं ऐसे व्यापारी एवं कैटरर्स पतंजलि के बल्क डिविजन में सुपर डिस्ट्रीब्यूटर एवं डिस्ट्रिब्यूटर बन सकते है. अधिक जानकारी के लिए कंपनी की वेबसाइट पर विजिट करें.
हर्बल पर्सनल केयर और होम केयर की पूरी रेंज-इन दो डिवीजन्स में भी डिस्ट्रीब्यूटर बन सकते है. एक डिविजन में पतंजलि के लगभग 20-25 ब्रांड है. पतंजलि के कुल 500 प्रोडक्ट्स बाजार में उपलब्ध है.
कर सकते हैं नौकरी
यंग प्रोफेशनल्स पतंजलि सेल्स टीम में सेल्समैन, एस.ओ. एवं एएसएम आदि के रूप में सेवा देने में इच्छुक प्रतिभावान युवा जुड़ सकते हैं.
शर्तें
कंपनी ने अपने विज्ञापन में कहा है कि उनकों ऐसे लोगों की जरूरत है जो बड़े शहरों और 25 हजार की जनसंख्या वाले छोटे कस्बों में काम कर सकते हों. लिहाजा आप निवेश करने की अपनी क्षमता के हिसाब से कई चीजों के डिस्ट्रीब्यूटर बन सकते हैं. फूड रेंज में 5 वर्टिकल हैं. 1 आटा 2 घी एंड फिजिकली रिफाइंड ऑयल 3 चावल, दाल और मसाले 4 जूस एंड बीवरेजेस 5 बिस्किट एंड कंफेक्शनरी.
बड़े विस्तार की योजना
पतंजलि आयुर्वेद के हरिद्वार एवं आसाम के फूड एवं हर्बल पार्क की वार्षिक प्रोडक्शन कैपिसिटी लगभग 50 हजार करोड़ रुपए की है. नोएडा, नागपुर, एमपी और आंध्र प्रदेश में जो फूड पार्क बन रहे हैं. इसमें पतंजलि की लगभग 1 लाख करोड़ रुपए की वार्षिक क्षमता तैयार हो रही है.