Johnson & Johnson की कोरोना वैक्सीन आखिरी ट्रायल में
LAST UPDATED: SEPTEMBER 24, 2020,
वॉशिंगटन. दुनियाभर में कोरोना (Corona) महामारी के बढ़ते मामलों के बीच अब अमेरिकी (America) कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) ने लोगों को राहत देने वाली एक खबर दी है. कंपनी का दावा है कि उसकी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) अब अंतिम चरण में पहुंच गई है और जिन वॉलेंटियर पर इस वैक्सनी (Vaccine) का परीक्षण किया जा रहा था, उनकी जांच में राहत देने वाले परिणाम सामने आए हैं. कंपनी का कहना है कि इस वैक्सीन के एक खुराक से ही असर दिखने लगेगा.
जॉनसन एंड जॉनसन की ओर से कोरोना वैक्सीन को लेकर की गई इस घोषणा के बाद व्हाइट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, अमेरिका का हर चौथा नागरिक स्वयंसेवक है जो कंपनी के अंतिम चरण के ट्रायल में पहुंचा है. उन्होंने कहा कि हम अमेरिकी नागरिकों से अपील करते हैं कि वे कोरोना वैक्सीन के परीक्षणों के नामांकन के लिए आगे आएं.
इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि हमने अमेरिका के इतिहास में सबसे तेज आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि हमारा दृष्टिकोण विज्ञान का समर्थक है. उन्होंने इस मौके पर जो बिडेन पर भी हमला बोला और कहा कि मुझे नहीं पता कि उनका दृष्टिकोण क्या है.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बिडेन ने चीन और यूरोप की यात्रा पर प्रतिबंध का विरोध किया है, जिसे देखने और सुनने के बाद लगता है कि उनके पास कभी ना खत्म होने वाला लॉकडाउन है. जबकि हम लॉकडाउन नहीं चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमारी योजना कोरोना वायरस के कुचल देगी और बिडेन की योजना अमेरिका को कुचल देगी.
60 हजार लोगों पर किया जाएगा ट्रायल
गौरतलब है कि दवा बनाने वाली कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन कोविड-19 के लिए वैक्सीन के अंतिम चरण का ट्रायल कर रही है. कंपनी ने एक बयान में कहा कि बुधवार से शुरू हो रहे इस चरण में यह परखा जाएगा कि कोविड-19 की रोकथाम में एकल खुराक वाली वैक्सीन कारगर हैं या नहीं. यह कोविड-19 के किसी भी टीके को लेकर अब तक हुए सभी अध्ययनों की तुलना में बड़ा होगा. इसके तहत अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, अर्जेंटीना, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, मैक्सिको और पेरू में 60 हजार लोगों पर टीके का परीक्षण किया जाएगा.
साल के अंत तक कोरोना वैक्सीन के आने की बढ़ी उम्मीद
अमेरिका में मॉडर्ना इंक और फाइजर इंक द्वारा तैयार टीकों समेत कुछ अन्य देशों के कई टीके परीक्षण के अंतिम चरण में हैं. इस बात को लेकर उम्मीदें ठोस हो चुकी है कि इस साल के अंत तक या उससे पहले ही कम से कम एक सक्षम टीका सामने आ जाएगा.