जेलेंस्क़ी: एक महानायक

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Updated Fri, 24 Mar 2023 ,

वक्त वक्त पर इतिहास अपने कालखंड में समय और परिस्थिति के अनुसार अपना नायक चुनता रहा है॥ इतिहास अपने से खुद गवाह रहा है की जब कभी भी विश्व परिदृश्य पे कोई अत्यधिक ताकतवर, शक्तिशाली किंतु तानाशाह उभरता है जो दुनिया को बताता है की उसके सामने खड़ा रहना तो दूर उसकी पीठ पीछे भी कोई उसके ख़िलाफ़ कुछ सोच नहीं सकता तो उसके कुछ समय के बाद ही कहीं आसपास एक नए नायक का सृजन होने लगता है, कहानी वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की की इसी नायक के उदय की एक कड़ी है…..

आज विश्व परिदृश्य के पटल पे एक अद्भुत नायक के रूप में सामने आए है जेलेंस्की ॥राष्ट्रवाद की मिट्टी से बने जेलेंस्क़ी अपने से हज़ार गुना शक्तिशाली दुश्मन के ख़िलाफ़ अपनी मातृभूमि और अपने देशवासियों के आत्मसम्मान के लिए खड़े खड़े है ।कोई नहीं जानता की जबतक मै ये पोस्ट लिख़ रहा होऊँगा हो सकता है वोलोदिमिर जेलेंस्क़ी रूसी हमले में मार दिए गए हो … पर एक बात तो निश्चित हो चुकी है इतिहास आधुनिक काल की सबसे शानदार और बहादुर इबारत लिख़ चुका है और इसके नायक है उक्रेन के युवा राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की॥
जेम्स बॉंड की हालिया रिलीज़ हुई फ़िल्म काएक डायलाग है, की इतिहास अपने आप को ख़ुदा समझने वालों को कभी माफ़ नहीं करता है, लगता है व्लादिमीर व्लादिमीरोविच पुतिन के लिए ही लिखा गया हैं ।मानसिक रूप से पुतिन आज भी वहीं है जहाँ मार्क्सवादी-लेनिनवादी विचारधारा के जनक माओ से-तुंग ने कहा था की सत्ता का रास्ता बंदूक़ की नाल से निकलता है॥

पुतिन की सनक और माओवादी सोच ने वोलोदिमिर जेलेंस्क़ी को ना सिर्फ़ आधुनिक युग का सबसे निडर नेता दे दिया है साथ साथ जेलेंस्क़ी को अमर भी कर दिया है …..

डॉक्टर परविंदर लुबाना

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